बीरभूम : कुछ ‘बुरी ताकत’ द्वारा अमर्त्य सेन का लगातार उत्पीड़न किये जाने का आरोप लगाकर बोलपुर के स्थानीय निवासियों ने सोमवार को मशाल जुलूस निकाला। जुलूस में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल के पार्षद भी मौजूद रहे। यह मशाल जुलूस शांतिनिकेतन के श्यामबती इलाके से शुरू होकर अमर्त्य सेन के घर के सामने समाप्त हुई। स्थानीय लोगों का कहना है कि अमर्त्य और विश्वविद्यालय के बीच चल रहे भूमि विवाद को कानूनी तौर पर निपटाने के बजाये उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
इसे भी पढ़ें : बंगाल सरकार ने दिया सीआईडी जांच का आदेश
इसके अलावा स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि अमर्त्य के उत्पीड़न के पीछे किसी ‘बुरी शक्ति’ का हाथ है। उन्होंने कहा कि अगर अमर्त्य को और परेशान किया गया तो वे आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन करेंगें। स्थानीय निवासी मनीषा बंद्योपाध्याय ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से अमर्त्य सेन का अपमान किया जा रहा है। इसके पीछे कुछ ‘बुरी ताकत’ है। वास्तव में रवीन्द्र नाथ की भावना और अस्तित्व को ही मिटाने का प्रयास किया जा रहा है। वे इसके खिलाफ मार्च निकालेंगे।
उल्लेखनीय है कि विश्वभारती के अधिकारियों ने हाल ही में अमर्त्य सेन के लिए जमीन खाली करने की समय सीमा तय की है। अमर्त्य को 19 अप्रैल की रात 15 दिनों के भीतर जमीन खाली करने को कहा गया था। विश्वभारती ने तय समय में जमीन खाली नहीं करने पर बल प्रयोग की चेतावनी भी दी है। बता दें कि यह समय सीमा 5 मई को समाप्त हो रही है। स्थानीय लोगों ने कहा कि वे 6 मई को अमर्त्य के घर के सामने इकट्ठा होंगे और प्रदर्शन करेंगे।