11 नोटिस पर भी पेश नहीं हुए मलय, अब ईडी ने 12वीं बार भेजा समन
जुलाई के तीसरे सप्ताह में पेश होने का दिया गया निर्देश
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के कानून मंत्री मलय घटक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने समन भेजा है। उन्हें कोयला घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। जांच एजेंसी ने उन्हें जुलाई के तीसरे सप्ताह में दिल्ली कार्यालय में पेश होने के लिए कहा है। किन्तु चौंकाने वाली बात ये है कि प्रवर्तन निदेशालय का मलय घटक को यह 12वां समन है। इससे पहले उन्हें 11 समन भेजे गए, किन्तु वे प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं हुए। कोयला तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें बीते 20 और 26 जून को भी तलब किया था। हालांकि, वे पेश नहीं हुए थे तथा उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय को ईमेल भेजकर और वक़्त मांगा था। तब उन्होंने कहा था कि बंगाल में पंचायत चुनाव में वे व्यस्त हैं।
चुनाव के पश्चात वे प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होंगे। फिर चुनाव समाप्त होते ही प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें पेशी की नोटिस भेजी है। सूत्रों का दावा है कि बंगाल के कानून मंत्री मलय घटक को जुलाई के तीसरे सप्ताह में दिल्ली में पेश होने के लिए कहा गया है। प्रवर्तन निदेशालय उनसे उनके द्वारा किए गए कुछ संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के सिलसिले में पूछताछ करना चाहती है। बंगाल के कोयला घोटाला में प्रवर्तन निदेशालय ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी एवं उनकी पत्नी रुजिरा बनर्जी से पूछताछ कर चुकी है।
दरअसल, आसनसोल के निकट कुनुस्तोरिया एवं कजोरा इलाके में ईस्टर्न कोल फील्ड्स, दुर्गापुर, पुरुलिया, बांकुडा की कोयला खदानों से कोयला की तस्करी की गई थी। आरोप है कि यहां से अवैध खनन करके कोयला निकालकर उसका अवैध कारोबार किया गया।
इस तस्करी का सरगना अनूप मांझी उर्फ लाला को बताया गया है। इसमें 1,300 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की बात कही गई थी। सीबीआई ने 27 नवंबर, 2020 को ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (ईसीएल) के कई अधिकारीयों एवं कर्मचारियों के साथ ही अनूप माजी उर्फ लाला, सीआईएसएफ एवं रेलवे के अज्ञात अफसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। आरोप लगाया गया था कि ईसीएल, सीआईएसएफ, भारतीय रेलवे एवं संबंधित अन्य विभागों के अधिकारियों की सक्रिय मिलीभगत से ईसीएल के लीजहोल्ड क्षेत्र से कोयले की चोरी की गई।