राजौरी हमले में बंगाल से शहीद जवान के प्रति ममता ने जताया शोक

2 महीने पहले ही हुई थी सिद्धांत की शादी

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दार्जिलिंग : अभी दो माह पहले ही शादी हुई थी। इक्कीस दिन पहले छुट्टी बिताकर काम पर लौटा था। उसने अपनी पत्नी से वादा किया था कि वह जल्द ही वापस आएगा,  लेकिन वह वादा पूरा नहीं कर सका। भारतीय सेना में कार्यरत दार्जिलिंग पुलबाजार प्रखंड के नया नोर ग्राम पंचायत के किजोम बस्ती निवासी राइफलमैन सिद्धांत छेत्री (9 पैरा कमांडो) की मौत की खबर से पूरे दार्जिलिंग में शोक की लहर दौड़ गई।

उसकी मौत के बाद प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी ने शोक जताया है। सीएम ने अपने शोक संदेश में कहा कि यह जानकर गहरा सदमा लगा कि हमारे सिद्धांत छेत्री, बिजनबाड़ी, दार्जिलिंग के 25 वर्षीय युवा जवान, भारतीय सेना के उन पांच बहादुर सैनिकों में से हैं, जिन्होंने कल जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक विशेष अभियान में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान अपनी जान गंवा दी।

उन्होंने आगे कहा कि हमारे देशभक्त जवानों ने आतंकवादियों से लोहा लेते हुए अपनी जान की बाजी लगा दी है। मैं सिद्धांत छेत्री के शोक संतप्त परिवारों और कल अपनी जान गंवाने वाले अन्य देशभक्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं।

पिता खड़ग बहादुर छेत्री के सबसे छोटे बेटे सिद्धांत की वीरगति की खबर परिवार और गांव वालों के लिए बिजली गिरने जैसा है। सबका साथ निभाने का स्वभाव रखने वाले छेत्री ने परिवार ही नहीं बल्कि गांव वालों को भी रुला दिया है।

पारिजनों ने बताया कि सिद्धांत का पार्थिव शरीर आज देर रात हवाई मार्ग से बागडोगरा पहुंचेगा। साल 2019 में सेना में शामिल हुए छेत्री का चयन 2021 से पैरा एसएफ में हुआ था और उसने कई ऑपरेशन किए थे।

दो महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। 14 अप्रैल को छुट्टी के बाद उसने ड्यूटी ज्वाइन किया था। नवविवाहित ने अपनी पत्नी से जल्द से जल्द घर लौटने का वादा किया था। गुरुवार तक फोन पर बात हुई थी, लेकिन अगले दिन परिवार के लिए बुरी खबर आई। सिद्धांत का बचपन से ही सेना में भर्ती होने का सपना था।