दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगी ममता

बीजेपी विरोधी पार्टियों के साथ बैठक की संभावना

82

कोलकाता / नई दिल्ली : बंगाल की सीएम ममता बनर्जी 27 मई को दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में शामिल हो सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक सीएम ममता बनर्जी नीति आयोग की कार्यकारी परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए राजधानी जा सकती हैं।

वहीं, बिहार के सीएम और जदयू नेता नीतीश कुमार के आह्वान पर बीजेपी विरोधी पार्टियों के शीर्ष नेताओं की बैठक बुलाई जा सकती है। अगर ऐसा होता है तो उस बैठक में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीम ममता बनर्जी भी  नेता भी शामिल होंगी।

बता दें, बिहार के सीएम नीतीश कुमार अलग-अलग राज्यों में बीजेपी विरोधी पार्टियों के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। नीतीश ने विपक्षी पार्टियों के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक का प्रस्ताव भी रखा है।

टीएमसी सूत्रों के मुताबिक, ममता बनर्जी इस राजीतिक मुद्दे को लेकर नीतीश कुमार के संपर्क में हैं। इससे पहले नीतीश कुमार अपने डिप्टी-सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ कोलकाता आये थे और ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। उस वक्त ममता बनर्जी ने पटना में बीजेपी विरोधी पार्टियों की बैठक का सुझाव दिया था।

शुरुआत में नीतीश कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आने और सरकार गठन की प्रक्रिया तय होने के बाद संभावित बैठक के दिन 18 मई को आगे बढ़ रहे थे, लेकिन राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक गैर-बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री 27 मई को नीति आयोग बोर्ड की बैठक में शामिल होंगे।

ऐसे में उस वक्त ममता बनर्जी, नीतीश कुमार, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, झारखंड के सीएम हेमंत सरेन दिल्ली में होंगे। दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल भी बैठक में शामिल हो सकते हैं।

ऐसे में विपक्षी पार्टियों के नेताओं का मानना है कि पटना की बजाय दिल्ली में बैठक ज्यादा सुविधाजनक होगी। उस समय पटना की बजाय दिल्ली में विपक्षी पार्टियों की बैठक को 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है।

बता दें, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी लंबे समय तक नीति आयोग की कार्यकारी परिषद की बैठक से परहेज करती थीं लेकिन पिछले साल अगस्त में वह दिल्ली गई थीं और इस बैठक में शामिल हुई थीं। उनके इस बार 27 मई की बैठक में शामिल होने की संभावना है। लोकसभा चुनाव से पहले परिषद की यह आखिरी बैठक हो सकती है।

पिछले साल जब ममता बनर्जी नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेने दिल्ली गईं थी तो उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हो रहा था। राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति चुनावों के लिए विपक्षी गठबंधन के उम्मीदवारों के चयन को लेकर टीएमसी और कांग्रेस सहित बाकी विपक्ष के बीच दूरी बन गई थी।

टीएमसी सूत्रों का दावा है कि मौजूदा हालात में टीएमसी सुप्रीमो को विपक्षी एकता के संयोजक के तौर पर नीतीश कुमार से कोई दिक्कत नहीं है। सूत्रों का दावा है कि नीतीश कुमार ममता बनर्जी के संपर्क में रहकर आगे बढ़ रहे हैं।