पहलवानों के समर्थन में उतरीं ममता, बोलीं, दोषी के खिलाफ हो कार्रवाई

दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवान

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कोलकाता / नई दिल्ली : बंगाल की सीएम ममता बनर्जी यौन उत्पीड़न के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के समर्थन में उतरी हैं।

ममता बनर्जी ने शुक्रवार को ट्वीट कर खिलाड़ियों का समर्थन करते हुए कहा कि दोषी चाहे किसी भी पार्टी के हो या उनका जिस किसी भी राजनीतिक दल से संबंध हो, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इंसाफ जरूर होना चाहिए। सत्य की अवस्य जीत होगी।

पहलवानों की मांग अब राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। बीजेपी समर्थित नेता इसे राजनीति करार दे रहे हैं, जबकि विरोधी दल के नेता अब इन खिलाड़ियों के समर्थन में उतरते दिख रहे हैं।

शुक्रवार को सीएम ममता बनर्जी देश के पहलवानों के समर्थन में उतरीं। उन्होंने जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का समर्थन करते हुए कहा कि देश में सभी लोगों को न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का समर्थन करना चाहिए, क्योंकि वे लोग एक सुर में अपनी आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाड़ी हमारे लिए गर्व हैं।

ममता ने कहा कि हमें अपने खिलाड़ियों पर गर्व है। वे हमारे चैंपियन हैं। उन्होंने कहा कि दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाए। दोषियों को सजा दी जानी चाहिए, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से संबंधित हों। न्याय मिलनी चाहिए। सच की जीत होगी।

बता दें, शुक्रवार को ही विश्व कप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान दिग्गज कपिल देव भी पहलवानों के साथ खड़े दिखे हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया स्टेटस पर समर्थन में पोस्ट किया है। वहीं, पूर्व एथलीट पीटी उषा ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन पर असहमति जताई थी।

उल्लेखनीय है सुप्रीम कोर्ट को दिल्ली पुलिस ने सूचित किया था कि अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के मद्देनजर वे प्राथमिकी दर्ज करने के लिए तैयार हैं

लेकिन इस बीच नई दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों ने फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू किया हैय़

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सीएम ममता बनर्जी हाल के दिनों में लगातार केंद्र सरकार का विरोध कर रही है। पहलवानों के विरोध प्रदर्शन को वह बीजेपी के खिलाफ राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करना चाहती है,

क्योंकि पहलवानों के प्रदर्शन से केंद्र सरकार और बीजेपी नेता घिरे हुए हैं और अब टीएमसी ने इसे मुद्दा बनाना शुरू किया है।