कोलकाता: प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी ने टीएमसी सांसद नुसरत जहां के बारे में कहा कि मामले की जानकारी के बिना वह कुछ नहीं कहेंगीं। हालांकि, ममता ने सवाल उठाया कि सबूत होने से पहले उन्हें आरोपी के रूप में क्यों पहचाना जाएगा। जब पत्रकारों ने नुसरत के बारे में पूछा तो ममता ने कहा कि मैं इसके बारे में जाने बिना कुछ नहीं कहूंगी। किसी की किसी से शिकायत हो सकती है। लेकिन सबूत से पहले मीडिया में मुकदमा चलाया जा रहा है। उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि यदि आरोप सही हैं तो कानून का पालन किया जाएगा। ममता ने कहा कि नुसरत का केस नुसरत लड़ेंगी।
नुसरत उस कंपनी की निदेशक थीं जिसने कथित तौर पर धोखाधड़ी की थी। बुधवार को नुसरत ने खुद इस बात को कबूल किया। मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर आरोपों को संबोधित नहीं किया लेकिन कहा कि भले ही नुसरत एक निदेशक थीं, संस्था में कई लोग काम करते हैं। इसी सिलसिले में ममता ने बीजेपी सांसदों के साथ चिटफंड घोटाले के आरोपों को सामने रखा। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि कौन कह रहा है कि ईडी उनके एक सांसद के खिलाफ बार-बार शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। जो लोग सीधे तौर पर चिटफंड से जुड़े थे, जो सारी जानकारी के बावजूद मालिक के साथ विदेश चले गये, उन्हें क्यों नहीं बुलाया जाता?