पटनाः बिहार की सियासत अनिश्चिताओं की सियासत है। कब क्या हो जाय कोई नहीं बता सकता है। आज से कुछ महीने पहले विपक्ष को एक करने का झंडा बुलंद किए हुए नीतीश कुमार बीजेपी के साथ चले जायेंगे कौन जानता था। लेकिन हो गया है। फिलहाल बिहार में 12 फरवरी को नीतीश की अगुवाई वाली एनडीए सरकार को बहुमत साबित करना है. 12 फरवरी को होने वाले फ्लोर टेस्ट को लेकर अभी से ही हर पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों का दावा है कि फ्लोर टेस्ट में कई विधायक क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं।
इस अवस्था में किसी दल की सबसे ज्यादा भाव बढ़ी है तो वो है हम के प्रमुख जीतन राम मांझी की। बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के दोनो हाथों में लड्डू है। एक तरफ विपक्ष उनको लालच दे रहा है कि आप मेरे पास आ जाइए दो मुख्यमंत्री बना देंगे तो दूसरी तरफ वो एनडीए गठबंधन से भी दो मंत्री पद मांग रहे हैं।
आज इसी क्रम में मांझी से मिलने महागंठबंधन के साथी और दो लेफ्ट पार्टी के विधायक पहुंचे इस दौरान मांझी से क्या बात हुई इसपर कोई स्पष्टता तो नहीं आई लेकिन बिहार की राजनीति को गर्म जरूर कर दिया है।
टेस्ट से पहले भाकपा माले के दो विधायक महबूब आलम और सत्यदेव राम अचानक जीतन राम मांझी के आवास पहुंचे.
दोनों ने हॉट केक बने हम पार्टी के संरक्षक मांझी से मुलाकात की। माले के विधायकों की मांझी से मुलाकात लगभग 10 मिनट तक चली है। माना जा रहा है कि लालू प्रसाद यादव ने दूत बनाकर माले के विधायक महबूब आलम और सत्यदेव राम को मांझी आवास भेजा था। इस भेंट के बाद एक बार फिर से कयासों का बाजार गर्म हो गया है।
जीतन राम मांझी और उनके बेटे संतोष सुमन से मुलाकात करने के बाद बलरामपुर से माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि काफी दिनों से मुलाकात नहीं हुई थी। उनकी तबीयत जानने आए थे। हालांकि बिहार में खेला के सवाल पर उन्होंने कहा कि, बिहार में जो चर्चा है कि 12 तारीख को खेला होगा, इसमें कुछ भी सच्चाई नहीं हैं। हमलोग इन सब में नहीं हैं।
”जीतन राम मांझी हमारे अभिभावक हैं, उनके स्वास्थ्य का हाल पूछने के लिए आए थे। खुशी की बात है कि जीतन राम मांझी पूरी तरह से स्वस्थ हैं और मांझी जी अच्छा खेल दिखाएंगे। मांझी से कोई राजनीतिक बात नहीं हुई है।
हालांकि मांझी कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि वो जहां मोदी रहेंगे वहीं पर वो रहेंगे। मगर तेजस्वी यादव के खेला होगा वाले बयान ने सियासी पारा बढ़ा दिया है। इतना ही नहीं, जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने भी बड़ा दावा किया है कि बिहार विधानसभा में 12 फरवरी को होने वाले नीतीश सरकार के फ्लोर टेस्ट में कई विधायक क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं।