पश्चिमी सिंहभूम जिले में मौजूद पर्यटन स्थलों को लेकर हुई बैठक

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चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले में मौजूद पर्यटन स्थलों के व्यापकता को दृष्टिगत रखते हुए जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त अनन्य मित्तल के अध्यक्षता में विगत नवंबर-2022 को आहूत जिला स्तरीय पर्यटन संवर्धन परिषद की बैठक के दौरान यहाँ आने वाले पर्यटकों को पर्यटन स्थल की जानकारी व रूट से अवगत करवाने और पर्यटक क्षेत्रों में स्वच्छता संदेश फैलाने आदि के तदर्थ जिले में अवस्थित राष्ट्रीय राजमार्गों एवं राज्य मार्गों में साइनेज अधिष्ठापन का निर्णय लिया गया। तदुपरांत जिला पर्यटन कार्यालय के तत्वाधान पर जिला अंतर्गत वर्तमान में 14 अधिसूचित एवं अन्य पर्यटन स्थलों पर संलग्न साइनेज अधिष्ठापन का कार्य जारी है, ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को जिले में मौजूद पर्यटक स्थल के बारे में सटीक जानकारी प्रदान की जा सके। उक्त के संबंध में जिला खेल पदाधिकारी-सह-नोडल पदाधिकारी, पर्यटन के द्वारा बताया गया कि रांची से बंदगांव होते हुए चाईबासा आने के मार्ग में केवल हिरनी जलप्रपात से संबंधित साइनेज ही उपलब्ध थे, जिसके कारण पश्चिमी सिंहभूम आने वाले पर्यटकों को यहां मौजूद सभी पर्यटन स्थलों की जानकारी का अभाव रहता था। सड़क मार्गों पर पर्यटन स्थल से संबंधित साइनेज अधिष्ठापन उपरांत पर्यटकों को स्थल पर पहुंचने में सुगमता होगी।

 

वर्तमान समय तक जिले में मौजूद 14 अधिसूचित पर्यटक स्थल

★ बेनीसागर ग्राम में प्रसिद्ध पुरातात्विक स्थल

★ गोईलकेरा बड़ैल स्थित महादेवशाल शिव मंदिर

★ पारलीपोस ग्राम स्थित समीज आश्रम

★ नकटी जलाशय

★ कंसरा मंदिर

★ रामतीर्थ मंदिर

★ थलकोबाद(सारण्डा)

★ जोजो हातु ग्राम

★ लोहरदा पंचायत के एस०मोड़ स्थित झरना स्थल

★ सिरिंगसिया घाटी शहीद स्थल

★ पनसुवा डैम

★ सारंडा जंगल

★ हिरणी जल प्रपात

★ केरा मंदिर