खूंटी में 13 साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा पुलिस पार्टी पर हमला करने का आरोपित उग्रवादी

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खूंटी : हत्या, पुलिस पर हमला और उग्रवादी घटनाओं में संलिप्त 13 वर्षों से फरार स्थायी वारंटी सिरिल सोय ग्राम गम्हरिया थाना मुरहू को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ तोरपा थाने में दो मामले दर्ज हैं। उस पर हत्या, पुलिस पर हमला, उग्रवादी घटना, आर्म्स एक्ट, 17 सीएलए सहित कई संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक नौ अगस्त, 2009 की शाम को प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के उग्रवादियों ने कमड़ा मोड़ के पास चल रही फुटबॉल प्रतियोगिता की समाप्ति के बाद तपकरा निवासी मो. निजाम खान को गोली मारकर जख्मी कर दिया गया था। घायल अवस्था में निजाम खान घटनास्थल के आसपास गश्त कर रही पुलिस पार्टी के पास पहुंचे। तभी उग्रवादियों ने पुलिस पार्टी पर भी हमला कर दिया। आत्मरक्षा के लिए पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक उग्रवादी मारा गया था। इस घटना में भी सिरिल सोय शामिल था।

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बताया गया कि मुरहू थाना क्षेत्र अंतर्गत जामदा बाजार में लकड़ी की खरीद-बिक्री करने वाले व्यापारी से पीएलएफआई उग्रवादियों द्वारा रंगदारी की मांग की गई थी। सभी उग्रवादी लेवी लेने के लिए गनालोया के साबर महतो को खोज रहे थे। इसी दौरान अनिल महतो से उन्होंने साबर महतो के बारे में पूछताछ की। अनिल महतो ने जब कहा कि वह साबर महतो को नहीं पहचानता, तो उग्रवादियों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। बताया गया कि मुरहू थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मुंडा कुंजला के निकोलस सुरीन और उसके पड़ोसी श्रीराम सिंह हमेरोम से पीएलएफआई ने लेवी की मांग की थी और घर में जाकर जान मारने की नीयत से उस पर हमला किया था। सिरिल सोय को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में मुरहू के थाना प्रभारी पुलिस अवर निरीक्षक मो इकबाल हुसैन, एसआई दिगंबर पांडेय, एसआई लक्ष्मण चौधरी, एएसआई सुदर्शन महतो तथा सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।