रांची: झारखंड में खनन घोटाला पर धीरे – धीरे राजनीतिक रंग चढने लगा है। इस घोटाले की आंच भाजपा नेताओं तक पहुंचने लगी है। राज्य का साहिबगंज जिला की कुम्भकर्णी नींद भी खुल गई है।
बीते सोमवार को जिले के उपायुक्त रामनिवास यादव और जिला पुलिस मुखिया अनुरंजन किस्पोट्टा ने जिला खनन टास्क फोर्स टीम के साथ लगभग दर्जन भर पत्थर खदानों और क्रशर मशीनों का औचक निरीक्षण कर कानूनी कागजात जमा करने का आदेश दिया है।
उपायुक्त श्री यादव और जिला पुलिस मुखिया श्री किस्पोट्टा ने साहिबगंज के रांगा थाना अन्तर्गत चापांडे, बोरना, मोदीकोला कई क्रशरों और पत्थर खदानों का निरीक्षण किया। इसमें भाजपा नेता हेमलाल मुर्मू का पतना स्थित क्रशर मशीन भी शामिल है।
हालांकि खनन टास्क फोर्स झामुमो नेता नजरूल इस्लाम के यहां बरहेट स्थित पत्थर खदान पर भी गयी और उन्हें भी लीज से संबंधित पेपर जमा करने को आदेश दी है। साथ ही श्री नजरूल की पत्नी नाजबीन बीबी एवं सर्वश्री डीआरएम एसोसिएट प्राइवेट लिमिटेड के संचालक को आरोपित भी बनाया है। लीज अवधि समाप्त होने के बाद भी पतना अंचल के मेसर्स सिंह स्टोन वर्कस में खनन के सबूत भी मिले हैं।
इस संबंध में जिला प्रशासन ने एक एफआईआर भी दर्ज किया है। अवैध खनन स्थान से जिला प्रशासन ने दो पोकलेन, एक जेसीबी तथा चार डंफर जब्त किये तथा रर्फीकुल इस्लाम नामक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है। पतना सीओ सौरभ सुमन ने सूत्रकार को बताया कि इस खदान का लीज 31 मार्च 2022 को समाप्त हो गया था। इसके बाद भी खदान मालिक अपना काम जारी रखे थे।
खनन टीम ने सिंह स्टोन वर्कस और विंदुवासिनी स्टोन वर्कस को सील कर दिया। खनन टीम के अनुसार एनजीटी और प्रदूषण नियंत्रण र्बोउ के नियमों का पालन नहीं करने के कारण भाजपा नेता कृष्णा साह, अरूण चौधरी, भगवान भगत की पत्थर खदान और क्रशर को बंद करवा दिया गया है।
जिले के उपायुक्त रामनिवास यादव ने सूत्रकार को बताया कि पतना प्रखंड के चार – पांच मौजा में संचालित पत्थर खदान क्रशरों की जांच की गई। इसमें कई गैर कानूनी ढंग से काम कर रहे थे। सूत्रकार का सवाल कहीं यह सब छापा राजनीतिक द्वेष का परिणाम तो नहीं है न? इस पर श्री यादव ने कहा जिला प्रशासन सभी के लिए समान है, गैर कानूनी काम करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा चाहे वह कोई भी हो।
इस संबंध में भाजपा के वरिष्ठ नेता हेमलाल मुर्मू से सूत्रकार ने मोबाइल संख्या 991321009 पर संपर्क साधा तो उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन अपना काम कर रही है। प्रशासन यदि अपनी नींद पहले खोली होती तो इतने बड़े-बड़े घोटाले नहीं होते।
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