रांची सदर अस्पताल में हुआ मॉक ड्रिल

एंबुलेंस के पहुंचते ही एक्टिव हुए मेडिकल स्टाफ

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प्रारंभिक जांच के साथ मरीज का शुरू किया इलाज
रांची : दोपहर के लगभग एक बज रहे हैं। रांची के सदर अस्पताल के कोविड अस्पताल के दरवाजे पर कोरोना मरीज को लेकर एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट स्पेशल एंबुलेस सायरन बजाते पहुंचता है।

एंबुलेंस के पहुंचते ही पीपीइ किट पहने मेडिकल स्टाफ मरीज को स्ट्रेचर लेकर अस्पताल के भीतर जाते हैं।

साथ ही वे मरीज को हिम्मत रखने की सलाह भी दे रहे हैं। अस्पताल के भीतर दाखिल होते ही मरीज के ब्लड प्रेशर, पल्स और ऑक्सीजन लेबल की जांच होती है। मौके पर मौजूद डॉक्टर पर्ची पर दवाएं और दूसरी सलाह लिखते हैं।

इसके बाद नर्स व दूसरे स्टाफ मरीज को आईसीयू यूनिट ले जाते हैं और तत्काल ऑक्सीजन मास्क लगाते हुए उसका इलाज शुरू कर दिया जाता है।
ऐसा कुछ नजारा देखने को मिलता है रांची सदर अस्पताल में। केंद्र सरकार के निर्देश के बाद यहां कोविड मरीज के इलाज और अस्पताल की व्यवस्था को लेकर मॉक ड्रिल चल रहा है।

मौके पर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह सहित अस्पताल के डॉक्टर मौजूद हैं।

कोरोना से लड़ने के लिए झारखंड तैयार : स्वास्थ्य मंत्री 
सदर अस्पताल में मॉक ड्रिल के बाद अस्पताल की तैयारियों का जायजा लिया गया। जायजा लेकर निकले स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि आज हमने सदर में तैयारियों का जायजा लिया।

हम खुद को देखने की कोशिश कर रहे हैं कि हम कितने तैयार हैं। हमने यहां ठीक वैसे ड्रिल की है, जैसी स्थिति बिगड़ने पर हो जाती है। हमने पाया है कि न केवल सदर अस्पताल बल्कि पूरा झारखंड कोरोना के संक्रमण से लड़ने को तैयार है।

मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हमे डरने की जरूरत नहीं है। हमारी व्यवस्था दुरूस्त है। अभी अस्पताल में वेंटिलेटर युक्त बेड, आइसीयू, ऑक्सीजन बेड उपलब्ध है।

वहीं दवाओं का भी पर्याप्त स्टॉक है। सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने बीते कोरोना के दौर से काफी अनुभव ले रखा है, ऐसे में हमारे पास अनुभवी डॉक्टर हैं। हमें किसी भी तरह से चिंता करने की जरूरत नहीं है।

 

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