कई राज्यों में मानसून ने मचाई तबाही, 76 लोगों की गई जान

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ब्यूरो रांची : मॉनसून ने उत्‍तर भारत में कहर बरपा रखा है. पहाड़ों और मैदानी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. उफनाती नदियां अपने रास्‍ते में पड़ने वाले घरों और कारों को बहा ले जा रही हैं. शहर के शहर, गांव के गांव, खेत के खेत डूबे हुए हैं. कई राज्य लगातार तीन दिनों से भारी बारिश की चपेट में हैं. दिल्ली में सोमवार को यमुना लाल निशान को पार गई, तो हिमाचल में तेज बारिश और भूस्खलन के कारण मौतों का आंकड़ा बढ़ गया. जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई इलाकों में भी भारी से अत्यधिक भारी बारिश दर्ज की गई. नदियां उफान पर पहुंच गई और हाइवे बंद करने पड़े. हिमाचल, उत्तराखंड, दिल्ली, यूपी और पंजाब में 6 दिनों से लगातार बारिश हो रही है.

 

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हिमाचल में 24 घंटे में 39 जगह लैंडस्लाइड हुआ. ब्यास नदी के उफान के चलते इमारतें बह गईं, पुल ढह गए.पिछले 72 घंटों में देश के अलग-अलग राज्यों में 76 लोगों की जान चली गई. यूपी में 34, हिमाचल में 20, जम्मू-कश्मीर में 15, दिल्ली में पांच और राजस्थान और हरियाणा में एक-एक की मौत हुई है.वहीं उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मध्य प्रदेश के टूरिस्ट की गाड़ियों पर पहाड़ से टूटकर पत्थर गिर गए। इस हादसे में इंदौर के चार टूरिस्ट की मौत हो गई. वहीं 10 लोग घायल हुए हैं. दिल्ली में यमुना नदी का वाटर लेवल खतरे के निशान को पार कर गया है. मंगलवार सुबह 8 बजे तक नदी का पानी 206.32 मीटर पर बह रहा था. 1978 में हाईएस्ट 207.49 मी तक गया था. रेलवे ने यमुना ब्रिज से गुजरने वाली सभी ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है. ये ट्रेनें अब महज 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ब्रिज को पार करेंगी.