टेट परीक्षा में 3 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने लिया भाग

बंगाल में टेट का प्रश्नपत्र लीक!

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कोलकाता, सूत्रकार : राज्य में टेट की परीक्षा रविवार को आयोजित की गई। इसमें 3 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने परीक्षा दी। उनको किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो इसको देखते हुए राज्य के परिवहन विभाग, मेट्रो रेलवे और रेलवे की ओर से चुस्त व्यवस्था की गयी थी। उनके लिए ​अतिरिक्त सरकारी बसों और मेट्रो की व्यवस्था की गयी थी। दोपहर 12 बजे से टेट परीक्षा शुरु हुई जो कि 2.30 बजे तक चली। पर्षद की ओर से बताया गया था कि इस बार 3 लाख 9 हजार 54 परीक्षार्थी टेट की परीक्षा देंगे। राज्य के कुल 773 केंद्रों में टेट परीक्षा ली गयी। इनमें से 5 सेंटर कोलकाता में थे। कोलकाता के चेतला गर्ल्स हाई स्कूल, जादवपुर विद्यापीठ, सरकारी स्पॉन्सर्ड मल्टीपर्पज ब्वॉयज स्कूल टाकी, बागबाजार मल्टीपर्पज गर्ल्स स्कूल और कुमार आशुतोष इंस्टीट्यूशन (मेन ब्वॉय​ज), ये पांच केंद्र कोलकाता में थे जहां टेट की परीक्षा हुई।

कोलकाता के केंद्रों में परीक्षा देने आने वाले परीक्षार्थियों को कोई असुविधा ना हो, इसके लिये कोलकाता मेट्रो की ओर से आज यानी रविवार को अतिरिक्त मेट्रो ट्रेनें चलायी गई। ब्लू लाइन (दक्षिणेश्वर से कवि सुभाष) में मेट्रो परिसेवा स्वाभाविक थी। अन्य रविवार के दिन ब्लू लाइन में 130 मेट्रो ट्रेनें चलायी जाती हैं, लेकिन परीक्षा के कारण 234 ट्रेनें चलायी गईं।

बंगाल में टेट का प्रश्नपत्र लीक!

राजस्थान में 10वीं परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के हंगामे के बाद अब पश्चिम बंगाल में टीईटी का प्रश्न पत्र लीक हो गया। परीक्षा शुरू होने के एक घंटे के अंदर सोशल मीडिया पर एक प्रश्नपत्र वायरल हो गया, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। मूल प्रश्नपत्र वायरल प्रश्नपत्र जैसा ही है। यह दावा उम्मीदवारों के एक वर्ग ने किया, हालांकि बोर्ड अध्यक्ष ने दावा किया, मुझे ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली।

पता चला है कि टीआईटी परीक्षा के दौरान फेसबुक पर एक प्रश्नपत्र घूम रहा था। ‘डब्ल्यूबी टीईटी एसएलएसटी सेट सीटीईटी तैयारी’ नामक पेज से एक प्रश्न पत्र पोस्ट किया गया है। आज परीक्षा के बाद नौकरी के इच्छुक अभ्यर्थी यह दावा कर रहे हैं कि टीआईटी के ‘ए’ सेट का मुख्य प्रश्न और मूल प्रश्न पत्र बिल्कुल वायरल हुए प्रश्न के समान है।

नौकरी के इच्छुक अभ्यर्थियों से पूछा गया कि क्या वायरल प्रश्न पत्र मूल प्रश्न से मेल खाता है या नहीं? उन्होंने स्पष्ट उत्तर दिया। सूत्रों के मुताबिक वायरल हुए प्रश्न पत्र के 122, 124,121 समेत कई प्रश्न वायरल हो गए हैं। ये सवाल दोपहर 1 बजे से सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं।

बोर्ड सूत्रों के मुताबिक, उन्हें पूरा मामला समझ में आ गया है। हालांकि, उनका साफ कहना है कि जब प्रश्नपत्र वायरल हो गया है, तो अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे हैं। नतीजा यह हुआ कि उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ। कुछ लोगों ने जानबूझकर बोर्ड को बदनाम करने के लिए ऐसा किया है।

राज्य के कई जिलों में वायरल हुआ प्रश्नपत्र

हालांकि, सिर्फ कोलकाता ही नहीं, बल्कि हावड़ा, जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी के अभ्यर्थी कह रहे हैं कि मूल प्रश्नपत्र वायरल प्रश्नपत्र जैसा ही है। एक परीक्षार्थी ने कहा कि मैंने पिछली बार भी परीक्षा दी थी। मुझे नौकरी नहीं मिली। मैं जानता हूं कोई उम्मीद नहीं है। मैंने यह परीक्षा पिछली बार दी थी और अब दोबारा नहीं दूंगा।

वकील विकास भट्टाचार्य ने कहा कि जो लोग परीक्षा दे रहे हैं या परीक्षा भर्ती में शामिल हैं, वे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भ्रष्टाचार में शामिल हैं। भ्रष्टाचार के बिना कुछ भी नहीं किया जा सकता। वे छात्रों को भ्रष्टाचार में शामिल करते हैं।