कोलकाता: राजधानी में एक मां पर 21 दिन की मासूम को 4 लाख रुपये में बेचने का आरोप लगा है। रूपाली मंडल नाम की महिला ने कथित तौर पर अपनी 21 दिन की बच्ची को बेच दिया है। आरोप है कि छोटी लड़की को मेदिनीपुर की कल्याणी गुहा नाम की महिला को बेचा गया है। हालांकि कल्याणी गुहा का घर मेदिनीपुर में है, लेकिन उनका अस्थायी पता कोलकाता में भी है। पुलिस ने छह आरोपियों को बच्ची बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रूपाली ने चार बिचौलियों के जरिए अपनी बेटी को कल्याणी गुहा को बेच दिया। कुछ दिन पहले आनंदपुर थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी थी। उस शिकायत के आधार पर आनंदपुर थाने की पुलिस ने जांच शुरू कर छह लोगों को अरेस्ट किया है। पुलिस बाल तस्करी का मामला दर्ज कर घटना की जांच कर रही है। रूपाली मंडल आनंदपुर के नोनाडांगा रेल कॉलोनी इलाके में रहती है और कल्याणी गुहा का कोलकाता के पर्णश्री थाने के सतग्राम इलाके में घर है। इन दोनों लोगों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। कथित तौर पर कल्याणी गुहा पिछले 15 वर्षों से शादीशुदा होने के बावजूद एक निःसंतान महिला है।
पुलिस ने बताया कि छोटी बच्ची को चार लाख रुपए में बेचा गया था। आनंदपुर की रूपाली की बच्ची को पर्णश्री की कल्याणी को कैसे बेचा गया? जांच के बाद पुलिस को पता चला कि इस घटना में कई बिचौलिए शामिल थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, मासूम पाटुली की रूपा दास, स्वप्ना सरदार, हरिदेबपुर की पूर्णिमा कुंडू और बेहाला की लालती दे से कल्याणी गुहा तक पहुंच गई। पुलिस ने इन चारों बिचौलियों को भी पकड़ लिया है।
इस संबंध में नोनाडांगा रेल कॉलोनी की मूर्ति पूजा की शिकायत पर आनंदपुर थाना कांड संख्या- 210 दिनांक 01.07.23 के तहत धारा 317/370/372/120 बी आईपीसी आर/के तहत मामला दर्ज किया गया है।
रूपाली मंडल और अन्य बनाम किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 की धारा 81 के तहत यह मामला शुरू किया गया है। सभी आरोपियों को आज एलडी एसीजेएम अलीपुर के समक्ष पुलिस हिरासत में भेजा जाएगा। कोर्ट के निर्देश पर बच्ची को सीडब्ल्यूसी गृह को सौंपा जा रहा है।
दूसरी ओर, पुलिस को शक है कि इस हवाले के पीछे कोई बड़ा रैकेट हो सकता है। जांच अधिकारी सभी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं कि रूपाली और कल्याणी उन बिचौलियों के संपर्क में कैसे आईं, क्या इस गिरोह में कोई और शामिल है या नहीं। पुलिस को जांच में पता चला कि यह बच्चों की तस्करी करने वाले गिरोह का काम है। इनका निशाना मुख्यतः फुटपाथ पर रहने वाले बच्चे होते हैं। तस्करी गिरोह के सदस्य जिले के विभिन्न हिस्सों से सड़क पर रहने वाले बच्चों को उठाते हैं और उन्हें कोलकाता लाते हैं। जानकारी हो कि कुछ दिन पहले उपनगर में बच्चा बेचने की एक और शिकायत सामने आई थी। उत्तर 24 परगना जिले खरदह थाना इलाके में एक महिला पर अपने गोद के बच्चे को 2 लाख रुपए में बेचने का आरोप लगा है।