कुर्मी संगठनों का आंदोलन तीसरे दिन भी जारी

प्रदर्शन की वजह से 64 ट्रेनें रद्द

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कोलकाता : पश्चिम बंगाल में कुर्मी समुदाय के विभिन्न संगठनों का विरोध-प्रदर्शन लगातार तीसरे दिन भी जारी है। दक्षिण-पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि तीन दिनों से जारी विभिन्न कुर्मी संगठनों के आंदोलन और उनके द्वारा रेल पटरियों को जाम करने के कारण शुक्रवार को दक्षिण पूर्व रेलवे के महत्वपूर्ण खड़गपुर-टाटानगर और आद्रा-चांडिल खंडों में कम से कम 64 एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।

विभिन्न कुर्मी संगठनों द्वारा रेल रोके जाने के कारण लंबी दूरी और लोकल ट्रेन यात्री दोनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ये अनुसूचित जनजाति (एसटी) के रूप में मान्यता, सरना धर्म की मान्यता और कुर्माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने सहित कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।

तीन दिन में 225 से ज्यादा ट्रेनें रद्द

दक्षिण पूर्व रेलवे के अनुसार आद्रा मंडल के आद्रा-चांडिल खंड के कुस्तौर स्टेशन और खड़गपुर मंडल के खड़गपुर-टाटानगर खंड के खेमासुली स्टेशन पर पांच अप्रैल से 225 से अधिक ट्रेनें रद्द की गई हैं। कुर्मी लोगों के हितों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाले संगठन, जो मुख्य रूप से झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को कवर करने वाले छोटानागपुर पठार में स्थित हैं, ने सितंबर, 2022 में भी इसी तरह की मांगों को लेकर इन दोनों स्टेशनों पर रेलवे ट्रैक को पांच दिनों तक जाम रखा था। कुस्तौर पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में है और खेमासुली राज्य के पश्चिम मेदिनीपुर जिले में है।

दक्षिण दिनाजपुर, पुरुलिया, झाड़ग्राम और पश्चिम मेदिनीपुर सहित राज्य के विभिन्न जिलों में कुर्मी संगठन विरोध कर रहे हैं। कुर्मी जाति के लोग वर्तमान में ओबीसी के रूप में वर्गीकृत हैं।

एसईआर के अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार को रद्द की गई ट्रेनों में 12262 हावड़ा-मुंबई सीएसएमटी दुरंतो एक्सप्रेस, 12860 हावड़ा-मुंबई सीएसएमटी गीतांजलि एक्सप्रेस, 12021/12022 हावड़ा-बारबिल-हावड़ा जन शताब्दी एक्सप्रेस, 12152 शालीमार-एलटीटी एक्सप्रेस और 12833/12834 अहमदाबाद-हावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस शामिल हैं।