बिहार: डीजीपी आर एस भट्टी की टीम ने पूर्व मंत्री जीतन सहनी हत्याकांड का सफल उद्भेदन कर दिया है। दिनांक 15-16 की रात में घनश्यामपुर थाना अंतर्गत जिरात गावँ में घटित हत्या के घटना के सफल उद्भेदन कर लिया गया है और एक अभियुक्त काजीम अंसारी, उम्र 40, पेसर शफीक अंसारी, सा० अफजला टोला, सुपौल बाजार, थाना घनश्यामपुर की गिरफ्तारी की गई है जिसने घटना के सम्बंध में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए विस्तारपूर्वक घटना के सम्बंध में बताया है।
घटना का कारण –
अभियुक्त द्वारा मृतक से ब्याज पर लोन लिया गया था जिसके न चुका पाने के कारण गिरवी रखी ज़मीन न छुड़ा पाना था। काजिम अंसारी ने मृतक से 3 किश्त में डेढ़ लाख का लोन 4% मासिक ब्याज दर पर अपनी ज़मीन गिरवी रख कर लिया था। जिसे चुकाने में समर्थ नही हो पा रहे थे। घटना की रात्रि में लगभग डेढ़ बजे काजिम और उसके साथियों ने घर के पीछे के दरवाजे से प्रवेश किया। दरवाजा में अंदर का लॉक नही है। प्रवेश करने के बाद अभियुक्तों ने मृतक को जगाकर डरा धमका कर अपनी जमीन और लोन के कागज़ात मांगे। परन्तु मृतक ने उल्टा गाली देना शुरू कर दिया। इस पर काजिम ने गुस्से में आकर मृतक पर ताबड़तोड़ चाकू से वार करना शुरू कर दिया। बाकी लोगों ने मृतक के हाथ पैर पकड़ कर रखे। हत्या करने के बाद अभियुक्तों ने कागज़ात वाली अलमारी की चाबी ढूंढने की कोशिश की ताकि अपने कागज़ात वापस ले जा सकें। परन्तु चाबी नही मिली। इस पर अभियुक्तों ने निर्णय लिया कि अलमारी को बन्द अवस्था मे पानी मे फेंक दें ताकि सभी काग़ज़ गलकर नष्ट हो जाएं। सभी लोग ने मिलकर लकड़ी की अलमारी को घर के पीछे स्थित छोटे से तालाब में फेंक दिया और वहाँ से फरार हो गए। काजिम अंसारी ने अपने जिन साथियों के नाम बताए हैं उनके विषय मे जांच की जा रही है।
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