पलायन को रोकने के लिए बंद खनन पट्टा चालू कराना मेरी प्राथमिकता : गीता

डीएमएफटी मद का अत्यधिक दुरुपयोग हुआ है इसकी जांच होनी चाहिए  

78

चाईबासा : चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सिंहभूम संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा ने जीतने के बाद अपने क्षेत्र में किये जाने वाले कार्यों को बताया। उन्होंने कहा कि पलायन क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या है। युवक- युवतियों के साथ-साथ बच्चे भी रोजगार के आभाव में पलायन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए वह खनन पट्टे जो बंद हो गए हैं उन्हें चालू करवाना में प्राथमिकता होगी। ताकि माइंस खुले युवाओं को रोजगार मिले और पलायन न हो आर्थिक विकास हो। उक्त बातें गीता कोड़ा ने चुनाव कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि डीएमएफटी केंद्र सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। इसका उद्देश्य खनन से प्रभावित क्षेत्र के लोगों को लाभ मिले, पर दुखद बात यह है कि जिले में डीएमएफटी मद का अत्यधिक दुरूपयोग हुआ है। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि माननीय के द्वारा चहेते ठेकेदारों को काम दिलाया गया। जहां जरूरत थी वहां पर न होकर अपने अनुसार काम किया गया। जबकि, स्थिति यह है कि अभी भी प्रभावित क्षेत्र में अनेक जगहों पर लोग लाल पानी पीने के लिए विवश हैं, शिक्षा की व्यवस्था नहीं है, सड़कें नहीं है। उन जगहों पर विकास के बजाय माननीयों ने अपने पॉकेट को भरने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि इस मद की 60% राशि खनन क्षेत्र के लिए तथा 40% राशि प्रभावित क्षेत्र के लिए खर्च करना था पर ऐसा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज भी गलत नीतियों के कारण बंदी के कगार पर है आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में ऐसे अनेक उद्योग धंधे हैं जो गलत नीतियों के कारण बंदी के कगार पर पहुंच गए हैं। हमने लगातार प्रयास किया कि यहां की उद्योग चले और लोगों को रोजगार मिले। क्षेत्र की अर्थव्यवस्था मजबूत हो, इस पर भी कार्य किया जाएगा।
हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करना यहां के लोगों की वर्षों से मांग रही है। इसे लेकर आंदोलन भी किया गया। उन्होंने कहा कि पिछले सदन सत्र के दौरान लोकसभा में इस बात को रखा भी गया था और इस बार मानसून सत्र के सबसे पहले हो भाषा के मुद्दे को उठाया जाएगा। ताकि आठवीं अनुसूची में इसे शामिल किया जाए और हो भाषा की रक्षा और विकास हो।
उन्होंने कहा कि स्वस्थ एक बड़ा मुद्दा है और स्वस्थ व्यवस्था लचर होने के कारण स्वास्थ सुविधाओं के लिए यहां के जिले के लोग पड़ोसी राज्यों पर निर्भर करते हैं। जबकि यहां पर संसाधनों की कमी नहीं है। जो अस्पताल बन रहा है उसे भी समय-समय पर विपक्ष के द्वारा रोकने का कार्य किया गया। जबकि, भाजपा की सोच है कि यह मजदूर का बाहुल्य जिला है और आदित्यपुर में ईएसआई के अस्पताल का उद्घाटन हुआ। भाजपा चाहती है उसी के तर्ज पर जिला में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल खुले और इसका फायदा यहां के मजदूर, उनके परिवार और बच्चों को अच्छी स्वास्थ्य की सुविधा मिले। इसके अभाव में लोग इलाज करने के लिए अन्य राज्यों में पलायन करते हैं।
गीता कोड़ा ने कहा कि जिले में 30 से 40 हजार बच्चे ड्रॉप आउट हैं। जबकि, जिला में शिक्षा के सारे संसाधन उपलब्ध है पर इसे लेकर सरकार के पास कोई विजन नहीं है ना कोई सोच है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सोच है कि बच्चों की अच्छी प्राथमिक शिक्षा मिले। अच्छी उच्च शिक्षा के लिए केंद्र सरकार ने जो नई शिक्षा नीति लागू की है उसे लागू किया जाए।
कोल्हान विश्वविद्यालय को और भी सशक्त किया जाए ताकि कोल्हान विश्वविद्यालय के बच्चे अन्य राज्यों में पढ़ाई के लिए जो जा रहे हैं शिक्षा के क्षेत्र में उनका पलायन रुके। हम सभी लोग इस पर कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि आज के समय में क्षेत्र के सड़कों की स्थिति अच्छी हो रही है। एन एच पर बनने वाले चार फ्लाई ओवर बनेंगे सरकार ने इसकी स्वीकृति दे दी है। ग्रामीण क्षेत्र में 2014 के बाद 3668 किलोमीटर सड़कों का निर्माण हुआ और अनेक सड़कों के निर्माण का कार्य जारी है । अप्रैल 2024 तक पीएम ग्राम सड़क संगठन के तहत 1 लाख 2,309 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया जा चुका है। प्रेस वार्ता में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता जेबी तुबिद, लोकसभा संयोजक गीता बालमुचु, प्रवेश प्रभारी सरोज सिंह उपस्थित थे।