मणिपुर में ताजा हिंसा पर सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा- विदेशी मशीनरी के शामिल होने का संदेह

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इंफालः मणिपुर में मई के बाद शुरू हुई हिंसा अभी तक थमने का नाम नहीं ले रही है। जब थोड़ी बहुत व्यवस्था में ढिलाई होती तो फिर से हिंसा भड़क उठती है। नए साल के पहले ही दिन मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी। थौबल जिले में सोमवार शाम अज्ञात बंदूकधारियों ने तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी, जबकि गोलीबारी में पांच अन्य लोग घायल हो गए। घटना के बाद राज्य के घाटी के पांच जिलों में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि हमलावरों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। अज्ञात बंदूकधारी लिलोंग चिंगजाओ क्षेत्र में पहुंचे और स्थानीय लोगों को निशाना बनाकर अंधाधुंध गोलीबारी की। इस दौरान तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पांच अन्य जख्मी हो गए। अधिकारियों ने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमले के बाद आक्रोशित स्थानीय लोगों ने तीन कारों को आग के हवाले कर दिया। वैसे अभी स्पष्ट नहीं हो सका है कि ये कारें किसकी थीं।

फिलहाल मणिपुर के कई इलाकों में एक बार फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है। थौबल, इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हिंसा की निंदा की और लिलोंग के निवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की।


इसके अलावा मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि हमने आतंकवादी समूहों द्वारा लीक किए गए कुछ वीडियो भी देखे हैं… हम केंद्रीय और राज्य बलों के साथ काम कर रहे हैं… तलाशी अभियान जारी है। अतिरिक्त बल भेजा गया है। हमें म्यांमार की ओर से विदेशी मशीनरी के शामिल होने का संदेह है… हम इस तरह की धमकी और दबाव के आगे नहीं झुकेंगे। ।”