न आएं कोलकाता, आ रही है साजिश की बू
आईएसएफ की स्थापना दिवस को लेकर नौशाद सिद्दीकी ने पार्टी समर्थकों से की अपील
कोलकाता, सूत्रकार : कलकत्ता हाईकोर्ट ने विक्टोरिया हाउस के सामने आईएसएफ की सभा की इजाजत नहीं दी है। इसके बाद भांगड़ के आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी ने कहा कि वे कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तृणमूल जितना उन्हें रोकने की कोशिश करेगी, आईएसएफ का दायरा उतना ही बढ़ेगा। राज्य के एजी ने कोर्ट में खड़े होकर हमारी सभा को रद्द करवा दी, फिर भी यह हमारी जीत है। हम कोर्ट के आदेश का पालन करते हैं। हमें कानून पर पूरा भरोसा है।
बता दें कि, 21 जनवरी को नौशाद की पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंट यानी आईएसएफ का स्थापना दिवस है। इस दिन वह विक्टोरिया हाउस के सामने एक सभा करना चाहती थी लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी।
तब आईएसएफ ने हाईकोर्ट के जरिये अपने पक्ष में फैसला लेने की कोशिश की। पहले कलकत्ता उच्च न्यायालय की एकल पीठ ने सशर्त रूप से धर्मतला में विक्टोरिया हाउस के सामने सभा की अनुमति दे दी थी। लेकिन दूसरे दिन राज्य सरकार ने फैसले को चुनौती देते हुए डिवीजन बेंच की ओर रुख किया।
शुक्रवार को फिर से मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच में हुई। डिवीजन बेंच ने सिंगल बेंच के फैसले को खारिज करते हुए आईएसएफ को विक्टोरिया के सामने सभा करने की अनुमित नहीं दी। हालांकि, हाईकोर्ट ने यह सुझाव दिया कि सभा इनडोर स्टेडियम में की जा सकती है।
इसके बाद नौशाद ने कहा कि रविवार की दोपहर 2:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक नेताजी इंडोर स्टेडियम में चयनित 1,000 लोगों के साथ सम्मेलन होगा। उन्होंने कहा कि विक्टोरिया हाउस इलाका किसी की पैतृक संपत्ति नहीं है। हम इस घमंड को तोड़ देंगे।
रविवार को हमारे सम्मेलन को बूथ दर बूथ दिखाने के लिए टीवी, मॉनिटर, प्रोजेक्टर की व्यवस्था की जायेगी। बूथों पर झंडे फहराए जाएंगे। हालांकि, नौशाद ने रविवार को होने वाले सम्मेलन को लेकर गंभीर शिकायत भी की।
सिद्दीकी ने दावा किया कि सम्मेलन में आए कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस दुर्व्यवहार कर सकती है। इस तरह की खबर हमारे पास है ताकि कोर्ट के आदेश का उल्लंघन दिखा कर हमारे पर मुकदमा चलाया जा सके। वे ऐसा करेंगे। कृपया कोई भी कोलकाता न आये। जिन लोगों ने बसें, कारें किराए पर ली हैं, वे रद्द कर दें। ट्रेन टिकट रद्द करें। क्योंकि हमें साजिश की बू आ रही है।
गौरतलब है कि 21 जनवरी 2023 को ऑल इंडिया सेक्युलर फ्रंट की ओर से धर्मतल्ला चलो रैली की गई थी। लेकिन इस रैली में पुलिस ने आईएसएफ समर्थकों को धर्मतल्ला में रोक दिया था। उसी के बाद समर्थकों ने पूरे धर्मतल्ला में तोड़फोड़ की।
घटना के बाद विधायक नौशाद सिद्दीकी के साथ 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। बाद में और 88 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था। हिंसा की घटना में पुलिसवालों को भी चोटें लगी थीं। इस मामले में करीब 40 दिन के बाद भांगड़ के विधायक नौशाद को कोर्ट से जमानत मिली थी।