नौशाद सिद्दीकी केंद्र सरकार से करेंगे शिकायत

भांगड़ में प्रवेश नहीं करने देने से हैं खफा

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कोलकाता: भांगड़ के आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी अपने ही विधानसभा क्षेत्र में जाने से रोके जा रहे हैं। धारा 144 के नाम पर उन्हें उनके इलाके में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। इस बाबत शिकायत लेकर अब वे केंद्र से गुहार लगाने जा रहे हैं। नौशाद इसकी शिकायत राज्यपाल सीवी आनंद बोस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कर चुके हैं। नौशाद ने कहा कि मैं संघीय ढांचे के अनुरूप अगले कदम के तौर पर केंद्र से संपर्क करूंगा।

भांगड़ में मतदान निपट जाने के बाद भी दंगा अभी शांत नहीं हुआ है। धारा 144 लागू है। आईएसएफ विधायक ने आरोप लगाया कि अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं को प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। विधायक होने के बावजूद भी उन्हें अंदर जाने की इजाजत नहीं है। नौशाद का दावा है कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र में जाकर आम लोगों से बात करना चाहते हैं और उनकी समस्याएं सुनना चाहते हैं। पिछले शुक्रवार को वह हाथीशाला जंक्शन के पास घंटों तक खड़े रहे लेकिन पुलिस ने उन्हें बताया कि उन्हें वहां जाने की इजाजत नहीं है।

उनका मानना ​​है कि इस मामले में लोकतांत्रिक अधिकार छीने जा रहे हैं। नौशाद ने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष से भी शिकायत की। भांगड़ विधायक पहले ही राज्यपाल से मुलाकात के लिए पत्र भेज चुके हैं। हालांकि, राज्यपाल के शहर से बाहर होने के कारण बैठक संभव नहीं हो सकी।

शुक्रवार के बाद रविवार को भी नौशाद के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। फिर उन्होंने कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जस्टिस जय सेनगुप्ता ने उन्हें केस दायर करने की इजाजत दे दी। नौशाद ने दलील दी कि नवान्न से लेकर हाई कोर्ट परिसर तक हर जगह धारा 144 लागू है, लेकिन फिर भी आम लोग जा सकते हैं। हालांकि, उन्होंने सवाल उठाया कि उन्हें इलाके में प्रवेश करने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है, जबकि यह उनका विधानसभा इलाका है।