नक्सली संगठन पीएलजीए की 22वीं वर्षगांठ को लेकर नक्सली सप्ताह आज से शुरु

पलामू में पेड़ों पर चिपकाए गये पर्चे

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रांची: पलामू जिले के नौडीहा बाजार थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर पंचायत के इलाके में नक्सलियों द्वारा पोस्टर चिपकाया गया है। इस इलाके में कई पेड़ो पर संगठन की ओर से पोस्टरबाजी की गयी है।

बिहार- झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र स्थित छकरबांध इस इलाके से जुड़ा है। जहां सुरक्षाबलों की सक्रयिता बनी रहती है। हालांकि सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस पोस्टर उखाड़कर उसे जब्त कर लिया।

पोस्टर में नक्सलियों के समर्थन में कई नारे और अपनी नीति- सिद्धांतों के बारे में लिखा है। हालांकि पुलिस पीएलजीए सप्ताह मनाये जाने को लेकर अलर्ट है। नक्सलियों के खिलाफ इलाके में अभियान चलाया जा रहा है।

नक्सली संगठन पीएलजीए के 22वीं सालगिरह दो दिसंबर से मनाया जा रहा है। माओवादी संगठन देश में व्याप्त बेरोजगारी का हवाला देते हुए युवाओं को भावनात्मक रूप से गुमराह करके पीएलजीए से जोड़ने की तैयारी में है।

क्यों मनाते हैं पीएलजीए सप्ताह
पीएलजीए को पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी कहा जाता है। इसमें नक्सली संगठन के ल़ड़ाकों को शामिल किया जाता है। ये ल़ड़ाकू जवानों के साथ आमने-सामने की मुठभे़ड़ में शामिल होते हैं।

अत्याधुनिक हथियारों से लैस पीएलजीए सदस्य गुरिल्ला आर्मी वॉर मे माहिर होते हैं। हर साल 2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक अपने इन पीएलजीए के सदस्यों के मारे जाने की याद में नक्सली इस सप्ताह को मनाते हैं। इसके साथ ही अपने पूरे साल का लेखा-जोखा जारी करते हैं।

आने वाले साल में संगठन कैसे चलेगा, इसकी प्लानिंग भी ब़ड़े नक्सली लीडरों के द्वारा की जाती है। इस दौरान सुरक्षाबलों पर हमले की रणनीति भी बनाई जाती है।