रांची : राजधानी रांची के सांसद कार्यालय में रांची लोकसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी संजय सेठ ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. संवाददाता सम्मेलन की शुरुआत अपने चुनावी प्रचार के दौरान हुए किसी प्रकार की त्रुटि पर क्षमा मांगते हुए मुख्य रूप से दो विषय बिंदुओं राजधानी रांची में नशा पर अभिलंब विराम एवं रांची लोकसभा चुनाव 20-24 में मतदाता लिस्ट में मतदाता के नाम में डिलीट मामले पर सवालिया निशान खड़ा किया.संजय सेठ ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि विगत कई दिनों से राजधानी रांची में नशा को लेकर विशेष तौर पर युवा वर्ग इनके शिकंजे में कसते नजर आ रहे हैं. इसका दुष्परिणाम सामाजिक तौर पर दिखाई पड़ रहा है और युवा वर्ग पर इसका प्रभाव बेहद हे दुष्प्रभावित होता दिख रहा है वहीं प्रशासन और शासन इसे लेकर अनदेखी कर रही है. इसके लिए राज्य सरकार पूरी तरीके से जिम्मेवार है राज्य और राजधानी को नशा मुक्त करने के लिए को लेकर हमारी ओर से 4 जून के बाद सर्वप्रथम पहल होगा और नशा मुक्ति के खिलाफ एक जन आंदोलन किया जाएगा.
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दूसरे विषय बिंदु पर कहां की रांची लोकसभा चुनाव 20-24 में लगभग 1लाख लोगों का नाम मतदाता सूची से डिलीट दिखाया गया है जो पूरी तरह तरीके से एक साजिश को दर्शाता है और संभवत यह साजिश राज्य सरकार के इशारे पर की गई है और एक प्रकार से इस चुनाव में यह विधानसभा चुनाव को लेकर ट्रायल किया गया इसकी शिकायत हमने चुनाव आयोग से की है इसकी जांच के लिए एक टीम गठित की गई है एवं इसकी जल्द से जल्द जांच की जाएगी.वही विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सुधीर श्रीवास्तव ने कहां की मतदाता सूची से नाम हटाने की गड़बड़ी में 80% वीएलओ एक धर्म विशेष से आते हैं उनका यह एक ट्रायल था आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उन्होंने कहा कि यह सब राज सरकार के संरक्षण पर की गई है इसकी शिकायत हमने चुनाव आयोग से की है.