भारतीय दूतावास पर हुए हमले की जांच कर सकती है NIA

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अमेरिकी शहर सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर रविवार को हुए हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को दी जा सकती है। जांच की जिम्मेदारी मिलते ही एजेंसी अमेरिका का दौरा भी कर सकती है। बता दें कि तीन महीने के भीतर सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास पर हमले की यह दूसरी घटना है। इससे पहले मार्च में कुछ लोगों ने दूतावास के सामने लगे बैरिकेड्स को तोड़ते अंदर घुस गए थे और वहां लगे झंडे को हटाने का प्रयास किया था और खिड़कियों को भी नुकसान पहुंचाया था।

सूत्रों के मुताबिक, मार्च में वाणिज्य दूतावास के सामने हुए हमले की जांच एनआईए कर रही है। ऐसे में इस बात की पूरी संभावना जताई जा रही है कि उस हमले में जो लोग शामिल थे वही लोग 2 जुलाई की घटना में भी शामिल हो सकते हैं। जानकारी के अनुसार दूतावास पर हमले के बाद सैन फ्रांसिस्को के अलावा कनाडा और ब्रिटेन में भी भारतीय संस्थानों को खालिस्तानी प्रदर्शन को लेकर सतर्क रहने को कहा गया है।

इन घटनाओं को लेकर भारत का रुख पूरी तरह से स्पष्ट है। पहले के हुए हमलों में भारत यह स्पष्ट कर चुका है कि वह सिर्फ सहानुभूति नहीं चाहता है बल्कि कार्रवाई चाहता है। भारत ने घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी और भविष्य में ऐसे किसी भी हमले को रोकने के लिए अमेरिकी अधिकारियों की ओर से एहतियाती कदम उठाने की मांग भी कर चुका है। बताया जा रहा है कि घटना के बाद अमेरिका के टॉप अधिकारियों के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसियां, संघीय जांच ब्यूरो, स्थानीय पुलिस भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।

गौरतलब है कि दूतावास पर हुए हमले के पीछे कथित तौर पर खालिस्तानी समर्थकों का हाथ बताया जा रहा है कारण हमले के ठीक बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया गया। वीडियो में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का भी जिक्र है और आगजनी की इस घटना को बदले के रूप में दर्शाया गया है। बता दें कि हाल ही में कनाड़ा में दो अज्ञात लोगों ने निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। निज्जर खालिस्तानी समर्थक होने के साथ-साथ सिख फॉर जस्टिस संगठन से भी जुड़ा हुआ था।