निशिकांत ने दिया महुआ को जवाब

कहा-डिग्री वाली देश बेचे ! चन्द पैसे के लिए ज़मीर बेचे ?

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कोलकाता/ नई दिल्ली : महुआ मोइत्रा टीएमसी की वो सांसद है जो संसद में अपने जोरदार भाषण के लिए जानी जाती है लेकिन वो और विवाद दोनों एक दूसरे का पीछा छोड़ने का नाम ही नहीं ले रही है। कभी-कभी तो ममता बनर्जी खुद उनको डांट देती है। लेकिन इस बार जिस मुद्दे पर वो घिरी है खुद उनकी पार्टी के किसी नेता ने इस मामले में उनका बचाव तक नहीं किया। बल्कि कुणाल घोष ने यहां तक कह दिया की जिसका मामला है वही समझे।

अब खबर आ रही है कि पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोप में घिरीं तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी ने मंगलवार को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की चिट्‌ठी पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि आरोपों की जांच करने में नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) पूरा सहयोग करेगा।

वहीं इस पूरे मामले पर महुआ मोइत्रा ने एक्स पर लिखा है कि अश्विनी वैष्णव ने फेक डिग्री वाले को चिट्‌ठी लिखी है कि मेरे खिलाफ जांच में सपोर्ट करेंगे। मैं अब तक इंतजार कर रही हूं कि पिछले साल जब फर्जी दुबे अपने बच्चों के साथ अवैध तरीके से एयरपोर्ट के ATC रूम में घुस गए थे। गृह मंत्रालय, नागरिक उड्‌डयन मंत्रालय इसकी जांच कब करेगा। भाजपा के हिट जॉब की परतें खुल रही हैं।

महुआ ने एक और पोस्ट में लिखा- झूठ कौन बोल रहा है? दो दिन पहले फेक डिग्री वाले ने कहा- NIC ने दुबई से लॉगइन खोले जाने समेत सभी जानकारियां जांच एजेंसी को दे दी हैं। अब अश्विनी वैष्णव कह रहे हैं कि लोकसभा या एथिक्स कमेटी ने जानकारी मांगी तो हम देंगे। भाजपा के मुझ पर हमलों का स्वागत है, लेकिन अडानी+गोड्डा (दुबे) शायद सर्वश्रेष्ठ रणनीतिकार नहीं हैं।

 

वहीं महुआ को निशिकांत दुबे ने जवाब देने में एक दम देर नहीं की। उन्होंने भी एक्स पर लिखते हुए कहा कि सवाल संसद की गरिमा, भारत की सुरक्षा व कथित सांसद की मालिकाना हक, भ्रष्टाचार और आपराधिकता का है। जबाब देना है कि दुबई में NIC मेल खुला की नहीं? पैसे के बदले प्रश्न पूछे कि नहीं? विदेश जाने आने के खर्च किसने उठाए? कभी लोकसभा स्पीकर या विदेश मंत्रालय से विदेश जाने का परमिशन लिया या नहीं। सवाल अडाणी, डिग्री या चोरी का नहीं। देश को गुमराह कर आपके भ्रष्टाचार का है।

इन दोनों के बीच जुबानी हमले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन एक बात तो साफ हो गई है कि इस पूरे मामले में टीएमसी की चुप्पी कहीं ना कहीं कई सवाल उठा रही है। दूसरी तरफ कई दलों के नेता खासकर कांग्रेस महुआ का समर्थन कर चुके हैं।