तृणमूल को एक भी वोट नहीं : अभिजीत गांगुली

बंगाल में लागू हो राष्ट्रपति शासन

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कोलकाता, सूत्रकार : हाल ही में कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश पद से इस्तीफा देने के बाद पूर्व जज अभिजीत गांगुली भाजपा में शामिल हो गए हैं। शनिवार को वह सिलीगुड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच पर दिखे। वहां से उन्होंने राज्य सरकार को आड़े हाथ लेते बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग की।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बंगाल में कानून-व्यवस्था लगभग ध्वस्त हो गयी है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि तृणमूल को एक भी वोट नहीं देना है। उन्होंने कहा कि संदेशखाली में जो घटना हुई है, उसको देखने के बाद ऐसा ही लग रहा है कि बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाए।

उन्होंने आगे कहा कि मुझसे पूछा गया कि क्या बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए? मैं कहता हूं हां, बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए। ममता बनर्जी संदेशखाली नहीं गईं। उनके सांसद (नुसरत जहां) भी वहां नहीं गईं। वह डांस करने में व्यस्त थीं।

अभिजीत ने कहा कि वर्ष 2026 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल को मात देने के लिए अभी से तैयारी शुरू करनी जरूरी है। अगर ठीक से वोट हुआ और फर्जी वोट नहीं पड़े तो तृणमूल शेष हो जाएगी।

मैं अभी एक कार्यकर्ता के रूप में भाजपा में शामिल हुआ हूं। मुझे उसके बारे में कुछ कहना है। मैं एक ऐसे राज्य में रहता हूं जहां एक ऐसे समूह का शासन है जिनका मैं नाम भी नहीं लेना चाहता। क्योंकि ये ग्रुप पूरी तरह से बदमाशों का बना हुआ है। जब मैं न्यायाधीश के रूप में विभिन्न मामलों की सुनवाई कर रहा था तो मैंने देखा कि यह कितना भयानक भ्रष्टाचार था।

आप वह नहीं समझ सकते जो आप नहीं बताते। उन्होंने तृणमूल के खिलाफ आवाज उठाई और कहा कि आज भी, उच्च अंक प्राप्त करने वाले कई नौकरी चाहने वालों को नौकरी नहीं दी गई है। यह उन लोगों को दिया जाता था जिनके बहुत कम अंक आते थे और जो बहुत अधिक पैसे देकर नौकरी खरीदते थे। परिणामस्वरूप, ये उपद्रवी अपनी जेबों में पैसा डालते हैं और अपनी हिंसा से पश्चिम बंगाल की शिक्षा प्रणाली को नष्ट करने की राह पर चल पड़ते हैं।

उन्होंने कहा कि हमारी तीन मुख्य जरूरतें हैं। भोजन, कपड़ा व आश्रय। उन्होंने कहा कि खाद्य मंत्री खाद्य भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं। शिक्षा मंत्री शिक्षा भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं।

वहीं, आवास के मामले में प्रधानमंत्री आवास योजना का पैसा डकार लिया गया है। अगर किसी को 50,000 रुपये दिया जाता था तो उससे तुरंत 25,000 रुपये ले लिया जाता था। आपने इन बदमाशों को अपनी आंखों के सामने देखा है।

आने वाले चुनाव में इन बदमाशों को सबक सिखाया जाना चाहिए। आपने जो धोखाधड़ी की है उसका भुगतान आपकी जेब से किया जाएगा। 42 लोकसभा सीटों पर तृणमूल कांग्रेस को एक भी वोट न दें।