रांची : झारखण्ड के स्कूलों में अब शिबू सोरेन की कहानी पढ़ायी जायेगी। बता दे कि ज्ञानोदय योजना अंतर्गत झारखंड के सरकारी स्कूलों के लिए सरकार ने तीन पुस्तके छपवाने का निर्णय लिया है. पहली पुस्तक सुनो बच्चो, आदिवासी संघर्ष के नायक शिबू सोरेन (गुरुजी) की गाथा होगी। यह प्राथमिक और मध्य विद्यालय के लिए होगी. यह चित्रात्मक होगी और दूसरी, दिशोम गुरु शिबू सोरेन और तीसरी अंग्रेजी में ‘ट्राइबल हीरो शिबू सोरेन’ होगी। यह हाईस्कूलों को दी जाएगी। इन पुस्तकों का क्रय एवं वितरण मनोनयन के आधार पर मेमर्स प्रभात प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड से किया जाएगा। इसके लिए झारखण्ड वित्त नियमावली के नियम 235 के प्रावधानों को झारखण्ड वित्त नियमावली के नियम 245 के अधीन शिथिल किए जाने के प्रस्ताव को भी कैबिनेट ने मंजूरी दी है। बता दें कि, शिबू सोरेन ने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत सूदखोरी और महाजनी प्रथा के खिलाफ आंदोलन के साथ की थी। आदिवासियों को उन्होंने शोषण और अत्याचार के खिलाफ एकजुट किया। बाद में उन्होंने अलग झारखंड की लड़ाई के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा बनाई। उनकी अगुवाई में झारखंड अलग राज्य के लिए वर्षों आंदोलन चला। वो कई बार सांसद चुने गए, केंद्र में मंत्री भी रहे। उन्हें आदिवासियों ने ‘दिशोम गुरु’ की उपाधि दे रखी है। पूरे राज्य में उन्हें गुरुजी के नाम से जाना जाता है।
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