दलाली चक्र को रोकने के लिए अब नगर निगम तैयार

डोर-टू-डोर सेवाएं मुहैया करायेंगे निगम के अधिकारी

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कोलकाता: अब लोगों को जरूरी काम के लिए नगर निगम के कर्मचारियों की तलाश नहीं करनी पड़ेगी। नगर निगम के कर्मचारी खुद लोगों के घर तक पहुंचेंगे। इस परियोजना को शुरु करने का मुख्य कारण यह है कि अगर किसी को बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनाना होता था तो उसको कई बार नगर निगम का चक्कर लगाना पड़ता था, जिसके कारण वे लोग मायूस हो जाते हैं।

यह भी देखा गया है इस काम को करने के लिए दलाल तीन गुना पैसे लेते हैं। इसके अलावा और भी कई तरह की परेशानियां होती हैं। उन परेशानियों को दूर करने के लिए अब निगम डोर-टू-डोर सेवाएं मुहैया करायेगी।

इस मामले में मेयर फिरहाद हाकिम ने कहा कि टैक्स से लेकर असेसमेंट तक विभिन्न कार्यों के लिए लोगों के पास निगम के कर्मचारी उनके पास जाएंगे। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग लोगों को निगम में आना हमेशा संभव नहीं होता है।

इसको भी ध्यान में रखा गया है। देखा जाता है दलालों के कारण निगम की आय कम हो जाती है और आम आदमी की जेब से बहुत पैसे खर्च हो जाते हैं। इसलिए इस बार म्यूटेशन, असेसमेंट समेत विभिन्न कार्यों के लिए अधिकारियों की नियुक्ति की गयी है।

अधिकारी हर वार्ड के घर-घर जाएंगे। सभी दस्तावेजों की जांच की करेंगे। अब निगम के अधिकारी घर-घर जाकर उनकी शिकायतों की जांच करेंगे। यह भी देखा जाएगा कि घर का म्यूटेशन हुआ है या नहीं।

असेसमेंट या नामांतरण के बाद जमीन और मकान के मालिक को प्रमाण पत्र सौंप दिया जाएगा। यह काम करने वाले अधिकारियों को कोलकाता नगर निगम द्वारा पैसे भी दिए जाएंगे। डोर-टू-डोर सेवाएं मुहैया कराने के एक और कारण है कि लोग भ्रमित न हों। वृद्धा भत्ता, विधवा भत्ता, स्वास्थ्य साथी जैसे कार्ड न होने पर भी निगम के अधिकारी घर पर ही बना देंगे।