राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर प. बगांल के मंत्री अखिल गिरि की विवादित टिप्पणी
बीजेपी समर्थकों ने किया विरोध प्रदर्शन, मंत्री ने मांगी माफी
कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार के मत्स्य मंत्री अखिल गिरि ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर विवादित टिप्पणी की। राष्ट्रपति पर मंत्री के दिये गये बयान पर राजनीतिक बवाल मंच गया है।
प. बंगाल की विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (BJP) समर्थकों ने कोलकाता से लेकर विभिन्न जिलों में सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। बीजेपी ने मंत्री गिरि के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हालांकि इस बीच मंत्री अखिल गिरि ने सार्वजनिक रूप से दिये गये बयान को लेकर माफी मांग ली है।
आपको बता दें कि प. बंगाल के मत्स्य मंत्री अखिल गिरि ने शुक्रवार को नंदीग्राम में अपने भाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर विवादित टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति का सम्मान करते है। वह किसी की शक्ल सूरत पर टिप्पणी नहीं करते हैं लेकिन आपकी राष्ट्रपति दिखती कैसी हैं ?
मंत्री अखिली गिरि के राष्ट्रपति पर दिये गये बयान की आलोचन करते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, प. बंगाल बीजेपी के केंद्रीय सह प्रभारी अमित मालवीय ने सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधा।
Akhil Giri, minister in Mamata Banerjee’s cabinet, insults the President, says, “We don't care about looks. But how does your President look?"
Mamata Banerjee has always been anti-Tribals, didn’t support President Murmu for the office and now this. Shameful level of discourse… pic.twitter.com/DwixV4I9Iw
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) November 11, 2022
वहीं, बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा को पत्र लिखकर मंत्री अखिली गिरि के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। महिला आयोग ने भी इस मामले में स्वतः संज्ञान लिया है।
इस बीच बीजेपी समर्थकों ने मंत्री मंत्री अखिल गिरि के बयान के खिलाफ राजधानी कोलकाता से लेकर प्रदेश के विभिन्न जगहों में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। बीजेपी ने मंत्री को उनके पद से बर्खास्त करने की मांग भी की।
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इधर, मंत्री अखिली गिरि के बयान से बंगाल की सत्तारूढ़ टीएमसी ने पल्ला झाड़ लिया है।
https://twitter.com/AITCofficial/status/1591352849434546178
वहीं, विवाद बढ़ते देख मंत्री गिरि ने राष्ट्रपति को लेकर दिये अपने बयान के लिए माफी मांग ली है। उन्होंने कहा कि उनकी मंशा आदिवासी समाज को आघात करने या महिला को आघात करने नहीं की नहीं थी। शुभेंदु अधिकारी तीन माह से हमला कर रहे हैं। वह भी मंत्री हैं और संविधान की शपथ ली है। वह शुभेंदु अधिकारी को बोल रहे थे। उनकी मंशा राष्ट्रपति को आघात पहुंचाने की नहीं थी।
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बीजेपी ने राज्यपाल को लिखा पत्र
मंत्री अखिल गिरि के राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू की शक्ल को लेकर दिये गये विवादित बयान के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। बयान सार्वजनिक होने के बाद से बीजेपी लगातार अखिली गिरि के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रही है। अखिल गिरि को मंत्रीपद से बर्खास्त करने की मांग की गयी है।
इस बीच, प. बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने बंगाल के कार्यवाहक राज्यपाल एल. गणेशन को पत्र लिखकर अखिल गिरि को उनके पद से हटाये जाने की मांग की है। अधिकारी ने राज्यपाल से मुलाकात के लिए समय भी मांगा है। वहीं, अखिल गिरि के खिलाफ दिल्ली के थाने में शिकायत दर्ज की गई है।
विधानसभा में निंदा प्रस्ताव लाने का विचार
मंत्री अखिल गिरि के राष्ट्रपति पर किये गये विवादित टिप्पणी के कारण बीजेपी के आदिवासी विधायक बंगाल विधानसभा के शीतकालीन सत्र में निंदा प्रस्ताव लाना चाहते हैं। बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के अध्यक्ष और हबीबपुर के विधायक ज्वेल मुर्मू ने शनिवार को यही संकेत दिया।
आपको बता दें कि विधानसभा में बीजेपी के 70 विधायकों में से आठ आदिवासी समुदायों से हैं। उनके बीच बातचीत भी हुई। ज्वेल मुर्मू ने कहा कि हम आदिवासी समुदाय से हैं। हम एक पिछड़े समुदाय हैं लेकिन हमारे पास सम्मान है। उस आदिवासी समुदाय की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर जिस तरह से टिप्पणी की गयी है, उसकी निंदा करने के लिए शब्द नहीं है।