तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर सवाल के बदले पैसे लेने के आरोप के मामले में गुरुवार को एथिक्स कमेटी की बैठक हुई। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ और विपक्ष दलों के सांसदों ने मीटिंग से वॉकआउट कर दिया। महुआ मोइत्रा भी बैठक से बाहर आ गईं। इस बारे में पूछे जाने पर बीएसपी के सांसद दानिश अली ने आरोप लगाया कि चेयरमैन और बीजेपी के सांसद विनोद कुमार सोनकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा से अनैतिक सवाल पूछे रहे थे। इस कारण सांसदों ने बैठक का बायकॉट किया है।
विपक्षी सांसदों का क्या कहना है?
बैठक के बाद जो वीडियो सामने आया है उसमें विपक्षी सांसद काफी गुस्से में निकलते नजर आए हैं। कमेटी के सदस्य दानिश अली ने कहा कि ये पूछा जा रहा था कि रात में किससे बात हुई थी। कौन किसके साथ बात करता है, क्या बात करता है…ये सब पूछे जा रहे थे। महिला से अनैतिक सवाल किए जा रहे थे।
कमेटी में 15 सदस्य होते हैं। इनको लोकसभा स्पीकर ओम बिरला चुनते हैं। इससे पहले सूत्रों ने बताया कि एथिक्स कमेटी में मोइत्रा लगातार दोहरा रहीं थी कि यह पूरा मामला उनका निजी है। इसको लेकर कमेटी में चर्चा की जरूरत नहीं है। मोइत्रा ने सवाल उठाते हुए पूछा कि निजी तौर पर उनको उनके किसी दोस्त से गिफ्ट मिलता है तो यह मामला एथिक्स कमेटी के सामने कैसे लाया जा सकता है।
क्या आरोप है?
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने हाल ही में आरोप लगाया था कि मोइत्रा ने लोकसभा में सवाल करने के लिए कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे लिए हैं। उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लिखे लेटर में दावा किया कि मोइत्रा ने हाल की दिन में 61 में 50 सवाल अडानी ग्रुप से जुड़े हुए किए थे।
दर्शन हीरानंदानी ने क्या कहा था?
निशिकांत दुबे के आरोप के बाद दर्शन हीरानंदानी का एक साइन किया हुआ एफिडेविट सामने आया। इसमें हीरानंदानी ने दावा किया कि मोइत्रा ने अडानी ग्रुप के मामले में पीएम मोदी की छवि खराब करने के लिए पैसे लिए. मोइत्रा को कई गिफ्ट भी दिए।