अगले 15 दिनों में प्याज की कीमतें होंगी कम

टॉस्क फोर्स ने कई बाजारों में की छापेमारी

63

कोलकाता, सूत्रकार : पूजा खत्म होने से बाद से ही प्याज की कीमतों में उछाल आ गया है। इन दिनों बाजार में प्याज कही 70 रुपये प्रति किलो तो कही 80 रुपये तो कहीं, 100 रुपये प्रति किलो के दाम पर बिक रहा है। इस कीमत पर आम लोगों के लिए इसे खरीदना लगभग नामुमकिन हो गया है। इसलिए अब राज्य की टास्क फोर्स ने कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। वे लोग गुरुवार को कोलकाता तथा उसके आस-पास के कई बाजारों में छापेमारी शुरू की। टास्क फोर्स ने बागुईआटी, नागेरबाजार तथा उसके आस-पास के इलाकों में छापेमारी की।

सुबह से टास्क फोर्स ने स्थानीय थाने की पुलिस के साथ शहर के कई बाजारों में छापेमारी की। इस दौरान चेतावनी दी गई है कि इतनी ऊंची कीमत पर प्याज नहीं बेचना चाहिए। इस दिन टास्क फोर्स के प्रतिनिधियों ने दुकानों पर जाकर पता लगाया कि प्याज, आलू, अदरक और लहसुन कहां कितने में बिक रहे हैं। उन्होंने दमदम, नागेरबाजार से बागुईआटी तक सभी बाजारों का दौरा किया।

टास्क फोर्स के सदस्य रवीन्द्रनाथ कोले ने कहा कि बंगाल में प्याज का उत्पादन नहीं होता है। इसे महाराष्ट्र के नासिक से लाना होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि नासिक में व्यापारी हड़ताल पर हैं, जिससे संकट पैदा हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस साल केंद्र सरकार ने सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों से प्याज खरीदा है। टास्क फोर्स का आरोप है कि सरकार उस प्याज को दिल्ली के थोक बाजार में 30 रुपये और पश्चिम बंगाल में 50 रुपये की दर से बेच रही है। फिलहाल मुख्यमंत्री के निर्देश पर निगरानी जारी है।

रवीन्द्रनाथ कोले ने कहा कि मामले की जानकारी राज्य के मुख्य सचिव और सरकार के अन्य अधिकारियों को दी जायेगी। वह चाहते हैं कि राज्य सरकार केंद्र से बात करे। उन्होंने कहा कि शहर के साथ-साथ जिलों में भी निगरानी जारी रहेगी। टास्क फोर्स को उम्मीद है कि अगले 10-15 दिनों में प्याज की कीमतें काबू में आ जाएंगी।