नरभक्षी तेंदुए को मारने का आदेश
हैदराबाद के चर्चित जंगली जानवरों के शूटर नवाब सैफ अली खान से किया जा रहा है संपर्क
गढ़वा : नरभक्षी तेंदुए को मारने का आदेश आख़िरकार राज्य सरकार ने दे दिया । अब वन विभाग के लोगों ने तेंदुवा को शूट करने के लिए शूटर की तलाश जारी कर दी है ।
इसके लिए ड्रोन से तेंदुवा की खोजा जा रहा है। ड्रोन से मिली रिपोर्ट के अनुसार तीन तेंदुवा हैं उसमें कौन नरभक्षी है , इसको लेकर वन अधिकारी भी असमंजस में हैं ।
दूसरी तरफ एनिमल लवर की राय और पूर्व वन अधिकारी की माने तो वन विभाग को चाहिए कि वह तत्काल नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी से अनुमति लेकर एक्सपर्ट को बुलाया और तेंदुए को बेहोश कर पकडे उसे जू में रखना चाहिए वह हमारे लिए कीमती संपत्ति की तरह है । वैसे चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन को अधिकार है कि वह तेंदुए को आदमखोर घोषित करे ।
फिलहाल तेंदुए को आधिकारिक रूप से आदम आदमखोर घोषित करने के बाद उसे मारने के लिए हैदराबाद के चर्चित जंगली जानवरों के शूटर नवाब सैफ अली खान से संपर्क किया गया है । शूटर नवाब सैफ अली खान सप्ताह के अंदर गढ़वा पहुँच सकता है ।
वहीं दक्षिणी वन प्रमंडल पदाधिकारी शशि कुमार ने प्रधान मुख्य संरक्षक वन प्राणी संघ के प्राणी प्रतिपालक राशि को लेकर पत्र लिखा है कि लोगों को मारने वाला तेंदुआ व्यस्क है जिसे केज जाल सहित कई उपायों का इस्तेमाल करने के बाद भी पकड़ने में सफलता नहीं मिल पा रही है ।
इसके लिए प्राणी संरक्षण अधिनियम की 1972 की धारा 2 (1 ) ए के तहत उसे मारने की अनुमति दी जाए।
ज्ञात हो की पलामू टाइगर रिजर्व के नजदीकी इलाकों में इन दिनों आदमखोर तेंदुए की दहशत है । गढ़वा और आसपास के इलाकों में लगातार तेंदुए के हमलों ने लोगों को दहशत में ला दिया है।
तेंदुए ने 12 साल के एक बच्चे और एक ग्रामीण के बैल पर हमला करके मार डाला है।
ख़बरों के अनुसार तेंदुए ने बुधवार को रामकंडा रेंज के पास गांव कुसवार में हरेंद्र घांसी (12 वर्ष) को अपना शिकार बनाया गांव वालों ने बताया कि हरेंद्र अपने दोस्तों के साथ खेलकर वापस घर लौट रहा था।
इसी दौरान तेंदुए ने हमला किया तेंदुए ने हरेंद्र को गर्दनमें पकड़ा और जंगल में ले गया। घटना को देख हरेंद्र के दोस्त दहशत में हतप्रद हो गए । दोस्तों शोर मचाना शुरू किया जिसके बाद गांव वाले भी इकट्ठा हो।
तब तेंदुआ बच्चे को छोड़ जंगल की ओर भागा । बच्चे को अपना शिकार बनाने के बाद तेंदुआ एक बार फिर फिर से गांव गांव की ओर लौटा। इस बार खूनी तेंदुए ने गांव के मवेशियों पर हमला किया।
जिसमें एक बैल तेंदुए का शिकार हुआ । जबकि दूसरे बैल को पंजे मारकर घायल कर दिया। इससे पहले गढ़वा जिले के ही मंगराही गांव में छह साल की अनीता पर भी तेंदुए ने हमला किया था। हमले में अनीता गंभीर रूप से घायल हो गई थी।
पलामू टाइगर रिजर्व से सटे इलाकों में अब तक आदमखोर तेंदुए ने 4 बच्चों की जान ले ली है। इलाके के कई मवेशियों की भी इस तेंदुए ने जान ले ली है।
पहली घटना लातेहार जिले में हुई। यहां दुकान जा रही एक बच्ची पर तेंदुए ने हमला करके उसे मार डाला था। गढ़वा जिले के रोदो गांव में बिस्किट लेने के लिए जा रहे बच्चे को आदमखोर तेंदुए ने अपना शिकार बना लिया।
गढ़वा के ही सेवा डीह गांव में शौच के लिए जा रही एक सात साल की बच्ची को तेंदुए ने मार डाला। तेंदुए के आतंक और हमलों में बच्चों की जान गंवाने की घटनाओं के बाद ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ रहा है।
तेंदुए के हमलों को लेकर टाइगर रिजर्व के आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों में वन विभाग के प्रति नाराजगी देखी जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग इतनी बड़ी समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा है। हर दिन कोई न कोई इस खूनी तेंदुए का शिकार हो रहा है ।