भारत में 75 प्रतिशत से अधिक लोगों का उच्च रक्तचाप अनियंत्रित : अध्ययन
महिलाओं के मुकाबले पुरुषों के बीच उच्च रक्तचाप के नियंत्रण की सबसे खराब दर
नई दिल्लीः भारत में उच्च रक्तचाप के एक चौथाई से भी कम मरीजों का रक्तचाप नियंत्रण में रहता है। एक पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन से यह पता चला है। हृदय के रोगियों के लिए उच्च रक्तचाप एक अहम परिवर्तनीय कारक है जो समय पूर्व मौत के प्रमुख कारणों में से एक है।
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, नई दिल्ली तथा अमेरिका के ‘बोस्टन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ’ समेत अनुसंधानकर्ताओं के एक दल ने 2001 के बाद प्रकाशित 51 अध्ययनों की एक सुव्यवस्थित समीक्षा की जिससे भारत में उच्च रक्तचाप नियंत्रण की दरों का पता चला।
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अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि 21 अध्ययनों (41 प्रतिशत) में महिलाओं के मुकाबले पुरुषों के बीच उच्च रक्तचाप के नियंत्रण की सबसे खराब दर पायी गयी और छह अध्ययनों (12 प्रतिशत) में ग्रामीण मरीजों के बीच नियंत्रण की दर ज्यादा खराब पायी गयी।
अध्ययन के लेखकों ने कहा, ‘‘भारत में उच्च रक्तचाप के एक चौथाई से भी कम मरीजों का रक्तचाप 2016-2020 के दौरान नियंत्रण में था। हालांकि, पिछले कुछ वर्ष के मुकाबले नियंत्रण दर में सुधार हुआ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उच्च रक्तचाप भारत में मौत की प्रमुख वजहों में से एक है। हृदय रोगियों की मौत की संख्या कम करने में उच्च रक्तचाप की बेहतर नियंत्रण दर हासिल करना अहम है।’’