पटनाः सीट फाइनल हो गया, उम्मीदवार उतार दिए गए हैं और प्रचार भी शुरू हो गया है। लेकिन अभी भी कांग्रेस नेता पप्पू यादव पूर्णिया छोड़ने को तैयार नहीं है। पप्पू यादव पूर्णिया से ही लड़ेंगे इसी शर्त के साथ अपने पूरे दल का विलय कांग्रेस में कर दिया था। लेकिन खाली हाथ ही रह गए। लेकिन पूर्णिया की जिद नहीं छोड़ी है। 4 अप्रैल को वो नामांकन करने वाले हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि वह पूर्णिया सीट से ही चुनाव लड़ेंगे।
अब पप्पू यादव का ताजा बयान सामने आया है। इसमें वह लालू यादव से गुहार लगाते नजर आए हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया है कि उन्हें पूर्णिया सीट से ही चुनाव लड़ना है, फिर चाहे आरजेडी ही क्यों न अपने सिंबल पर चुनाव लड़वा ले। इसके साथ ही उन्होंने साफ कहा है कि उनका लक्ष्य लोकसभा चुनाव है, न कि अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव।
वहीं बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने बिना नाम लिए पप्पू यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम कहां किसी का नाम ले रहे हैं। जाहिर सी बात है कि जो हमारे खिलाफ हैं वो भाजपा के साथ हैं।
पप्पू यादव ने कहा कि मेरा लक्ष्य 2024 है। कुछ लोग 2025 का लक्ष्य रख रहे हैं। मैं हमेशा विषम समय में लालू यादव के साथ रहा हूं, लेकिन जब मेरी बारी आई। हो सकता है मेरी पूजा, इबादत में कोई कमी रह गई हो। मैंने स्पष्ट रूप से कहा है कि मैं समझौता नहीं करूंगा या मधेपुरा या सुपौल नहीं जाऊंगा। मैंने कहा कि मैं पूर्णिया नहीं छोड़ूंगा। अगर आप चाहें तो मैं आरजेडी के सिंबल पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं। मुझसे क्या गलती हुई है?
#WATCH कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने कहा, “मेरा लक्ष्य 2024 है, कुछ लोगों का लक्ष्य 2025 है… हमेशा जब संकट में रहे तो हम उनके साथ खड़े रहे… हो सकता है मेरी पूजा, इबादत, प्रार्थना में कमी रह गई हो। मैंने उन्हें साफ शब्दों में कहा कि मैं परिवार का हूं मैं गठबंधन नहीं करूंगा, मैं… pic.twitter.com/sCL5xUcYEr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 3, 2024
बता दें कि पूर्णिया सीट से चुनाव लड़ने के लिए पप्पू यादव ने बीते महीने 20 मार्च को दिल्ली में अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर लिया था। कांग्रेस में विलय के बाद वो पार्टी से पूर्णिया सीट पर अपनी उम्मीदवारी का टिकट चाहते थे। हालांकि पूर्णिया सीट को लेकर बिहार में महागठबंधन में शामिल आरजेडी और कांग्रेस के बीच ठन गई थी।