नई दिल्ली : संसद का बजट सत्र का दूसरा भाग पूरी तरह से हंगामे की भेंट रहा है। अब तक एक भी सत्र कार्रवाई नहीं हो पाई है। एक तरफ बीजेपी इसको लेकर कांग्रेस पर निशाना साध रही है दूसरी तरफ विपक्ष बीजेपी पर निशाना साध रही है। लोकसभा में जारी गतिरोध को तोड़ने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सर्वदलीय बैठक बुलाई जो बेनतीजा रही।
सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बैठक में भी सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही अपने-अपने स्टैंड पर कायम रहे, जिससे कोई ठोस बात नहीं निकल पाई है। बैठक के बाद एक विपक्ष के सांसद ने बताया है बिरला सदन चलाना चाहते हैं और उन्होंने गतिरोध खत्म करने के लिए दोनों पक्षों से अपनी-अपनी मांगों को फिलहाल किनारे रखने की अपील की। हालांकि दोनों तरफ से उनकी मांगों को नजरअंदाज कर दिया गया।
आपको बताते चलें कि कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल जहां अडानी मुद्दे की जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग पर अड़े हैं, वहीं बीजेपी राहुल गांधी से अपने लंदन में दिए गए बयान पर माफी की मांग पर अड़ी है। इन्हीं मुद्दों ने पूरे संसद को बंधक बना लिया है।
विपक्ष और सरकार दोनों के तेवर देखकर लग रहा है कि यह पूरा सत्र सत्ता पक्ष और विपक्ष के अंहकार की बली चढ़ने वाला है। इस सत्र में आम बजट पर चर्चा और उसे पारित करवाने समेत कुछ अहम सरकारी काम निपटाने होते हैं। ऐसे में अब बिना चर्चा के ही 23 मार्च को बजट पारित होने की संभावना है। सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार सरकार संसद सत्र को समय से पूर्व ही खत्म करने पर विचार कर रही है।