नयी दिल्ली/कोलकाता: लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के निलंबन के मुद्दे पर शुक्रवार को विशेषाधिकार समिति ने बैठक की। उस बैठक में तय हुआ कि अधीर को बुलाया जाएगा और उनकी बातें भी सुनी जाएगी। विशेषाधिकार समिति की अगली बैठक 30 अगस्त को होनी है। 10 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अधीर पर असंसदीय व्यवहार का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया था। लोकसभा में उस प्रस्ताव को निर्विरोध स्वीकार करने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने अधीर को निलंबित कर दिया। हालांकि, इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाबी भाषण के दौरान अधीर समेत इंडिया गठबंधन के सांसद बैठक से बाहर चले गए। कई लोगों ने अधीर को सस्पेंड करने पर सवाल भी उठाया कि खुद का बचाव करने का मौका दिए बिना ऐसा कैसे किया जा सकता है? इसके बाद पता चला कि संसद की विशेषाधिकार समिति ने अधीर को बुलाकर उनकी बात सुनने का फैसला किया।
हालांकि, बहरामपुर से कांग्रेस सांसद अधीर पहले ही कह चुके हैं कि अगर विशेषाधिकार समिति बुलाती है तो वो जाएंगे। लेकिन माफी नहीं मांगेंगे। अधीर का दावा है, मैंने कोई असंसदीय शब्द नहीं कहा। सत्ताधारी दल के सांसदों के पास कुछ भी कहने का लाइसेंस होगा। विरोधियों पर कई तरह के प्रतिबंध रहेंगे। अधीर ने निलंबन के फैसले को बहुमत की दादागिरी बताते हुए हमला भी बोला। उन्होंने कहा कि अगर प्रह्लाद जोशी, सभी भाजपा नेता मेरे एक शब्द, एक स्पष्टीकरण को लोगों की राय में गलत साबित कर दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।