पार्थ भौमिक के पास राजनीतिक अनुभव बहुत कम: अर्जुन

पार्थ ने सीपीएम से लड़ाई नहीं की है

57

बैरकपुर, सूत्रकार : बीजेपी में शामिल होने के बाद निवर्तमान सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि तृणमूल ने मेरे साथ गलत किया, अपने वादे नहीं निभाए। अर्जुन सिंह ने भले ही टिकट की बात नहीं की लेकिन राजनीतिक हलके में मानना ​​है कि वे टिकट पाने की बात कर रहे हैं।

अर्जुन सिंह 2019 में बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र से जीते थे। हालांकि बाद में वह तृणमूल में लौट आए, लेकिन इस बार पार्टी ने उस केंद्र के लिए राज्य मंत्री पार्थ भौमिक को उम्मीदवार बनाया है। लेकिन वह पार्थ से किस मामले में आगे हैं? एक बांग्ला चैनल को दिए एक इंटरव्यू में अर्जुन ने इस बारे में बताया है।

अर्जुन सिंह का दावा है कि पार्थ भौमिक को राजनीतिक अनुभव बहुत कम है। उनमें सीपीएम से लड़ने की ताकत भी नहीं है। पार्थ भौमिक के बारे में उन्होंने कहा कि एक आम घर का लड़का महज 12 साल में सैकड़ों करोड़ का मालिक बन गया है।

उसने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 2011 से की। इससे पहले तो वह डरकर भाग जाता था। सीपीएम के खिलाफ कभी नहीं लड़ा। अर्जुन ने यह भी कहा कि ममता से पूछें कि पार्थ भौमिक राजनीति में कब से आया है। इससे पहले उन्होंने अपनी बेटी के सिर पर हाथ रखकर कसम खाई कि वह कभी राजनीति नहीं करेंगे।

अर्जुन ने आरोप लगाया कि सीपीएम से लड़ने की क्षमता हर किसी में नहीं होती लेकिन उनके पास वह शक्ति थी। उन्होंने आरोप लगाया कि एक बार उसके भाई की पत्नी पार्थ के घर में जलकर मर गई थीं, जिसके बाद सीपीएम ने उसके घर पर हमला कर दिया था। उस समय उसको कोई साथ नहीं दिया था। इसलिए मुझे लगता है कि लोग उसे स्वीकार नहीं करेंगे।

अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया कि 2021 की जीत के बाद से उन पर तृणमूल की ओर से तरह-तरह से अत्याचार किया गया। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल ने बैरकपुर में औद्योगिक क्षेत्र को नष्ट कर दिया, उसे बेच दिया। एक भी फैक्ट्री नहीं है। इस संबंध में संपर्क करने पर पार्थ भौमिक ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा कि उन्हें जो कहना है कहें। वह खुश हो जाएं। मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा।