कोलकाताः भर्ती भ्रष्टाचार मामले में अलीपुर जेल में बेहाला पश्चिम विधानसभा से टीएमसी विधायक और पूर्व शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी कैद हैं।
जेल में बंद होने के चलते एक विधायक के तौर पर पार्थ चटर्जी से उनके विधानसभा क्षेत्र के लोगों को विधायक की सेवाएं नहीं मिल रही है। कई सरकारी काम अटके हुए हैं।
ऐसे में विधायक पार्थ चटर्जी को इस्तीफा देना चाहिए? इस प्रश्न पर डीवाईएफआई ने जनता की राय ली। वामपंथी युवा संगठन भी तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के ‘गांव बंगाल की राय ‘ की तर्ज डीवाईएफआई ने जनता की राय ली।
ऐसा ही कार्यक्रम वामपंथी युवा संगठन डीवाईएफआई ने रविवार को किया। बेहाला पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर जनता की राय लेने के लिए मतदान केंद्र बनाए गए हैं। वहीं आम लोगों ने जो क्षेत्र के मतदाता हैं, अपने विचार व्यक्त किए।
हालांकि, वामपंथी नेता कौस्तव चटर्जी ने तंज कसते हुए कहा कि यहां कोई मतपेटी नहीं लूटा गया। यहां जनता की राय इसलिए ली जा रही है ताकि बेहाला के लोगों को सेवाएं मिल सके।
कौस्तव ने पार्थ चटर्जी पर निशाना साधते हुए कहा, क्या लोगों को विधायक (पार्थ चटर्जी) की सेवाएं लेने के लिए जेल जाना पड़ेगा ? करोड़ों रुपये की धांधली हुई है। पार्थ की महिला मित्र के फ्लैट से करोड़ों रुपये बरामद किये गए हैं। लोग पार्थ चटर्जी का इस्तीफा चाहते हैं या नहीं, इसी पर लोगों की राय ली जा रही है।
बता दें, ईडी के अधिकारियों ने पिछले साल जुलाई में राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के नाकतला स्थित घर पर छापा मारा था। छापेमारी में कई दस्तावेज बरामद किए गए थे।
उसके बाद ईडी के अधिकारियों ने पार्थ चटर्जी को वहां से गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद उनकी महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से नकद करोड़ रुपए भी बरामद किए गए थे।
बाद में अर्पिता मुखर्जी को भी गिरफ्तार किया गया था। भर्ती भ्रष्टाचार मामले की जांच कर रहे सीबीआई ने पार्थ को हिरासत में ले लिया। वह करीब छह महीने से जेल में है।