कोरोना काल में बढा पैसेंजर ट्रेनों का किराया, रेलवे ने घटाया

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बांदा: कोरोना काल के दौरान अचानक ट्रेनों का आवागमन बंद कर दिया गया था और इसके बाद जब ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ तो पैसेंजर ट्रेनों से एक्सप्रेस के बराबर किराया वसूला जा रहा था। कोरोना काल खत्म होने के बाद भी किराया नहीं घटाया गया। लेकिन अब रेलवे ने चुपचाप पैसेंजर ट्रेनों का किराया घटा दिया है। अब यात्री 35 रुपए में कानपुर का सफर कर सकते हैं। पहले 65 रुपए चुकाने पड़ रहे थे। झांसी और प्रयागराज का सफर 45 रुपए में कर सकते हैं।
कोरोना महामारी के समय रेलवे ने ट्रेनों में भीड़भाड़ रोकने के लिए एक्सप्रेस ट्रेनों को स्पेशल और पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस बढा दिया था। इनका किराया बढ़ाकर स्टापेज कम कर दिए थे। कोरोना कम होने के बाद स्पेशल ट्रेनें सामान्य हो गईं, किराया भी इनका कम कर दिया गया, लेकिन पैसेंजर ट्रेनों का किराया कम करने के लिए रेलवे तैयार नहीं था।
यात्रियों को बांदा से कानपुर का पैसेंजर ट्रेन का किराया 28 रुपये की जगह 65 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं। झांसी का किराया पहले 32 रुपये था, अब 69 रुपये लिए जा रहे थे। बांदा से प्रतिदिन पैसेंजर ट्रेनों में कानपुर, झांसी, इलाहाबाद के लिए एक हजार से अधिक यात्री सफर करते है। इनसे रोजाना हजारों रुपये अतिरिक्त किराया वसूला जा रहा था।
फिलहाल रेलवे ने पैसेंजर ट्रेनों के किराये में कटौती कर दी है। इससे झांसी मंडल के 65 हजार से ज्यादा यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। झांसी रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि किराये में की गई कटौती के बाद संशोधित दरों को मंडल में लागू कर दिया गया है।