कांग्रेस से उड़ने को तैयार ‘पायलट’!

अपनी ही सरकार के खिलाफ पायलट करेंगे आंदोलन

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जयपुर : राजस्थान में इस साल के अंत में चुनाव होने वाले हैं। लेकिन चुनाव से पहले कांग्रेस अभी तक अपनी अंदरूनी लड़ाई को नहीं सुलझा पाई है। राजस्थान में कांग्रेस  2018 में सरकार बनने के साथ ही दो धड़ों में बंटी हुई है। एक तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं तो दूसरी तरफ सचिन पायलट। अक्सर इन दोनों के बीच की दूरी खुल कर सामने आती रहती है। इसी क्रम में कांग्रेस में फिर ‘रण’ शुरू हो गया है। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बड़ा हमला बोला है.

सचिन पायलट ने अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए उनपर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने गहलोत पर BJP के नेताओं को बचाने का आरोप लगाया है। पायलट ने अशोक गहलोत पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ साठगांठ का आरोप लगााया।

इस दौरान पायलट ने कहा है कि विपक्ष में रहने के दौरान जितने भी घोटाले हुए अशोक गहलोत ने सब दबा दिए। कांग्रेस पार्टी ने वादा किया था कि सत्ता में आएगी तो भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करेंगे, मगर मिलेजुले खेल में सारे मामले दबा दिए गए। जब हमारी सरकार बनी थी, तब भ्रष्टाचार को लेकर हमने मिलकर कई बातें कहीं थीं, लेकिन अब तक यह काम नहीं हुए है।
इस दौरान उन्होंने कहा 11 अप्रैल को शहीद स्मारक पर एक दिन का अनशन करूंगा। यह अनशन उन बातों को रखने और उन्हें करने को लेकर किया जाएगा। जो अब तक हमारी सरकार द्वारा नहीं हुईं।

संवाददाता सम्मेलन करते हुए उन्होंने कहा कि ‘मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दो चिट्ठियां लिखी हैं और कहा है कि हमने और आपने जो आरोप लगाए थे, उनकी जांच करवाइए, मगर अभी तक कुछ नहीं हुआ है।

उन्होंने आगे कहा कि ‘जब हमारी सरकार बनी थी तब भ्रष्टाचार को लेकर हमने मिलकर कई बातें कहीं थी लेकिन अब तक यह काम नहीं हुए हैं। इसे देखते हुए मैं 11 अप्रैल को शहीद स्मारक पर एक दिन का अनशन करेंगे। यह अनशन उन बातों को रखने और उन्हें करने लिए किया जा रहा है जो अब तक हमारी सरकार द्वारा नहीं हुईं’ ।

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आपको बताते चलें कि यह पहली बार नहीं है जब पायलट ने अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोला हो। इससे पहले कई बार वे सीएम के खिलाफ बयान दे चुके हैं। उनके इसी बगावत के कारण उनको उपमुख्यमंत्री के पद से भी हाथ धोना पड़ा था।