संदेशखाली में नये सिरे से प्रदर्शन

पुलिस पर गांव के पुरुषों व छात्रों को उठा कर ले जाने का आरोप

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कोलकाता, सूत्रकार : पिछले कई दिनों से राष्ट्रीय मीडिया में छाये संदेशखाली में शुक्रवार को फिर से हंगामा देखने को मिला। लाठी-डंडे और झाडू से लैस गुस्साई महिलाओं ने पुलिस की गाड़ी के सामने लेटकर प्रर्दशन किया।

आरोप है कि प्रदर्शन कर रही महिलाओं को पुलिस जबरन उठा कर ले गयी। विरोध करने वाली महिलाओं की शिकायत है कि पुलिस उनके पति और बेटों को उठा रही है। कथित तौर पर हिरासत में लिए गए लोगों में एक उच्च माध्यमिक परीक्षार्थी भी शामिल है। भाजपा महिला मोर्चा की ओर से एक टीम शुक्रवार को संदेशखाली गयी थी। उनके दौरे के दौरान यह नया मामला हुआ।

ग्रामीणों का दावा है कि पुलिस ने बर्बरता के ‘झूठे’ आरोप में कई लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस उन्हें घर से ले गई। इसके बाद ग्रामीणों ने आज जमकर बवाल काटा। सबसे पहले सड़क पर पेड़ों की टहनियां फेंककर रास्ता अवरुद्ध कर दिया गया। इसके बाद एक महिला पुलिस की गाड़ी के आगे लेट गई।

पुलिस द्वारा हटाए जाने के बाद भाजपा महिला मोर्चा की प्रतिनिधि गांव की महिलाओं के साथ सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगीं। पुलिस ने जब उनको हटाने की कोशिश की तो तनाव पैदा हो गया।

बीजेपी महिला मोर्चा की नेत्री फाल्गुनी ने आरोप लगाया कि शांति से प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को पुलिस बेरहमी से घसीटते हुए ले गई। यह भी आरोप है कि एक महिला के पैर पर पुलिस की गाड़ी चढ़ा दी गई। फाल्गुनी के मुताबिक संदेशखाली में पुलिस दोषियों को छिपाने के लिए निर्दोष लोगों पर अत्याचार कर रही है। हायर सेकेंडरी के एक छात्र को घर से उठा ले गयी। परीक्षा से लौटकर वह खाना खा रहा था, तभी पुलिस ने कार्रवाई की।

वहीं पुलिस ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए संदेशखाली में दो ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में धारा 144 के तहत नए निषेधाज्ञा लगा दी है, जहां शुक्रवार सुबह से सबसे अधिक तनाव था। अतिरिक्त पुलिस निदेशक (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार भारी पुलिस दल के साथ हिंसा प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गए हैं। उन्होंने प्रदर्शनकारी महिलाओं से सड़कों पर विरोध करने के बजाय जिला प्रशासन से संपर्क करने और अपनी शिकायतें दर्ज कराने की अपील की। दूसरे वरिष्ठ पुलिसकर्मियों ने भी प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया कि इस तरह के विरोध प्रदर्शनों से उनकी शिकायतों को दूर करने की प्रक्रिया में देरी होगी।

इस बीच, भाजपा की लोकसभा सदस्य लॉकेट चटर्जी और विधायक अग्निमित्र पॉल के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने संदेशखाली जाते समय बीच रास्ते में रोक दिया। भोजेरहाट इलाके में रोके जाने के बाद चटर्जी और पॉल को पुलिस अधिकारियों के साथ तीखी बहस करते देखा गया। भाजपा समर्थकों और पुलिसवालों के बीच हल्की झड़प भी हुई। बाद में चटर्जी को हिरासत में लिया गया और मध्य कोलकाता के लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय ले जाया गया।