खूंटी : अफीम के खिलाफ पुलिस प्रशासन का अभियान लगातार जारी है। एक ओर खेतों में लगी अफीम की फसलों को नष्ट किया जा रहा है, वही ग्रामीणों को पोस्ते की खेती छोड़कर जरेनियम, लेमन ग्रामस आदि की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
इसी क्रम में अड़की प्रखंड की तोड़ांग पंचायत के दूरस्थ ग्राम बड़ानी में बुधवार को उपायुक्त शशि रंजन औरं पुलिस अधीक्षक अमन कुमार के संयुक्त नेतृत्व में अभियान चलाकर पांच एकड़ में लगी पोस्ते की फसल को नष्ट किया गया।
इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी अनिकेत सचान, एएसपी अभियान रमेश कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी व अन्य उपस्थित थे। इस दौरान उपायुक्त और एसपी ने ग्रामीणों के साथ बैठक कर पोस्ते की खेती से होनेवाले नुकसान के संबंध में ग्रामीणों को अवगत कराया। उपायुक्त द्वारा सरसों के बीज एवं जरूरतमंद ग्रामीणों के बीच कंबलों वितरण किया गया।
उपायुक्त ने अफीम की खेती से होने वाले नुकसान के साथ-साथ कानूनी उलझनों के प्रति भी ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा कि अफीम की जगह लेमन ग्रास, चीकू, ड्रैगन फ्रूट आदि वैकल्पिक खेती के लिए जिला प्रशासन द्वारा आर्थिक सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि औषधीय पौधों से तेल निकालने के लिए जिला के मारंगहादा, चलकद और मुरहू में असवन केंद्र अधिष्ठापित किया गया है।
उन्होंने कहा कि जिला पर्यटन हब के रूप में ख्याति प्राप्त कर रहा है। उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 10 ग्रामीणों की सूची बनाकर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, ताकि उन्हें प्रशिक्षण के लिए रांची भेजा जा सके और अड़की प्रखंड में पर्यटन की संभावनाओं को तलाशने का प्रयास किया जाए। उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों से कहा कि अपने ग्राम के लिए ग्रामसभा के माध्यम से योजना का चयन करें।
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