लोकसभा में आसनसोल सीट पर हो सकती है दो सितारों की सियासी टक्कर

मिथुन चक्रवर्ती बनाम शत्रुघ्न सिन्हा

53

आसनसोल, सूत्रकार : पश्चिम बंगाल की सबसे हाई प्रोफाइल सीट में से एक आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस ने फिर बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा को खड़ा करने का फैसला तो ले लिया, लेकिन भाजपा की ओर से शत्रुघ्न सिन्हा को कौन टक्कर देगा। इस पर अभी भी मुहर लगनी बाकी है। वैसे तो तृणमूल कांग्रेस की ओर से आधिकारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं की गई है, लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा को 2024 के आगामी लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी के रूप में टीएमसी की ओर से नामित करने का फैसला किया गया है।

पश्चिम वर्दवान के नेताओं के साथ बंद कमरे में हुई बैठक में ममता बनर्जी, बंगाल की मुख्यमंत्री ने इस फैसले की पुष्टि की। आसनसोल से दोबारा जीत की उम्मीद में शत्रुघ्न सिन्हा को टीएमसी से टिकट देने की योजना है।

सूत्रों के अनुसार, यहां सभी को शत्रुघ्न सिन्हा के क्षेत्रीय नेता के रूप में मान्यता प्राप्त होने की उम्मीद है। यह ध्यान देने की जरूरत है कि शत्रुघ्न सिन्हा ने 2022 के उपचुनाव में आसनसोल सीट तीन लाख से ज़्यादा अंतर से जीती थी। इसके पहले इसको बीजेपी ने 2014 और 2019 में जीता था।

वहीं, भाजपा की ओर से अग्निमित्रा पॉल और जितेंद्र तिवारी के नाम की सुगबुगाहट आसनसोल के गलियारों में चल रही है। 2022 के उपचुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ अग्निमित्रा पॉल को खड़ा किया गया था लेकिन वो भारी अंतर से हार गई थीं।

जितेंद्र तिवारी का भी चल रहा है नाम

वहीं, आसनसोल नगर निगम के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी भी आसनसोल सीट से बीजेपी के लोकसभा उम्मीदवार हो सकते हैं। आसनसोल में बंगाली और गैर बांग्ला भाषी वोटर्स की संख्या लगभग बराबर है। जितेंद्र तिवारी की हिंदी भाषी वोटर्स पर अच्छी पकड़ है और इससे पहले तृणमूल में होने की वजह से भाजपा को लगता है कि टीएमसी की रणनीति को वो अच्छी तरह समझ सकते हैं।

 

मिथुन चक्रवर्ती भी दे सकते हैं टक्कर

हालांकि बीजेपी के अंदरखाने एक चर्चा यह भी चल रही है कि शत्रुघ्न सिन्हा का मुकाबला अगर किसी बड़े सितारे से किया जाए तो बराबरी का मुकाबला होगा और भाजपा को बढ़त हासिल हो सकती है। ऐसे में भाजपा के पास पूर्व सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती के तौर पर एक बड़ा सितारा मौजूद है और पिछले साल बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान मिथुन चक्रवर्ती ने काफी चुनाव प्रचार किया था और उनकी मांग भी बहुत थी।

 

बीजेपी ने अबतक फाइनल नहीं किया नाम

बहरहाल अभी तक शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ कौन लड़ेगा, इस पर भाजपा ने उम्मीदवार तय नहीं किया है। वहीं, इसी सप्ताह कोलकाता में ममता बनर्जी के धरने में शामिल होने आए शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने अंदाज में भाजपा को निशाने पर लिया था। शत्रुघ्न ने कहा था कि प्रधानमंत्री मुख्य मुद्दों पर प्रकाश नहीं डालते और बाकी सभी चीजों के बारे में बोलते हैं। उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं मैं पलटू हूं, लेकिन मैंने कहां पलटा, मैं तो सीधा ही था।

शत्रुघ्न सिन्हा को आसनसोल से दोबारा खड़ा करने के पीछे तृणमूल कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि हिंदी भाषी वोटर्स और आसनसोल में तृणमूल की गुटबाजी की वजह से ये कदम उठाया जा रहा है।