कोलकाता, सूत्रकार : संदेशखाली की घटना को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। इस घटना को लेकर जहां टीएमसी ने उकसाने का नतीजा बताया, वहीं भाजपा ने कहा है कि बंगाल में लोकतंत्र फेल हो गया है।
टीएमसी ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार एजेंसियों के जरिए विपक्षी दलों के नेताओं के घरों में छापामारी कर उनको डराना-धमकाना चाहती है। यह घटना भी उकसाने का नतीजा है। दूसरी तरफ बीजेपी का कहना है कि प्रदेश की ममता सरकार कानून-व्यवस्था पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है और अराजकता चरम पर है। इससे राज्य में लोकतंत्र फेल हो चुका है।
कुणाल ने बीजेपी पर साधा निशाना
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि सन्देशखाली में जो कुछ हुआ वो उकसावे का नतीजा था। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के निर्देश पर केंद्रीय एजेंसियां किसी न किसी टीएमसी नेता को परेशान करने, नकारात्मक बातें फैलाने और लोगों को भड़काने के लिए उनके घर जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी जानकारी मिल रही है। भाजपा ने पहले शुभेंदु अधिकारी को चोर कहा था, लेकिन बीजेपी में जाने के बाद उनके यहां कोई छापेमारी नहीं हुई, वे केवल टीएमसी नेताओं के आवास पर छापेमारी कराते हैं।
सुकांत ने कुणाल पर किया पलटवार
कुणाल की टिप्पणी पर हमला बोलते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि जिस तरीके से आज सन्देशखाली में ईडी पर हमला हुआ, वो दिखाता है कि बंगाल में रोहिंग्या घुसकर राज्य में कानून-व्यवस्था के साथ क्या कर रहे हैं। ये सिर्फ ईडी के साथ नहीं बल्कि आने वाले समय में ऐसा बंगालियों के साथ भी होगा। ये सरकार रहेगी तो ऐसा होता रहेगा।
ईडी पर ही नहीं, संविधान पर हमलाः निशीथ
उधर, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक ने कहा कि सन्देशखाली में जो हुआ, उसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं। यह सिर्फ एक केंद्रीय एजेंसी की टीम पर हमला नहीं है, बल्कि पूरे संविधान पर हमला है। पश्चिम बंगाल में लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं। हम जांच करेंगे कि ऐसा क्यों हो रहा है। जब किसी राज्य में बार-बार ऐसी घटनाएं होती हैं तो इससे पता चलता है कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल हो रही है।
ममता सरकार को बर्खास्त किया जाएः बीजेपी सांसद
भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने भी राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र बार-बार फेल हो रहा है। यही कारण है कि ईडी की टीम पर हमला किया गया। देश के खिलाफ काम करने वाले संगठन ताकतवर होते जा रहे हैं। बम, पिस्तौल आदि की वसूली आए दिन हो रही है, लेकिन उनके खिलाफ कोई उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसलिए सरकार को हटाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक बार ऐसा हो जाने पर सब कुछ सुधर जाएगा और कोई भी ईडी टीम पर हमला करने की हिम्मत नहीं करेगा।