पोप बेनेडिक्ट का 95 साल की उम्र में निधन

पोप एमेरिटस बेनेडिक्ट 16वें का 95 वर्ष की उम्र में निधन हो गया

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नई दिल्ली। पोप एमेरिटस बेनेडिक्ट 16वें का 95 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। बता दें कि 2013 तक वह पोप थे। पोप बेनेडिक्ट के बाद में पोप फ्रांसिस आए हैं जो वर्तमान में भी हैं। पोप बेनेडिक्ट ने आठ साल से कुछ कम समय तक दुनिया भर में कैथोलिक चर्च का नेतृत्व किया। 2013 में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।

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600 साल के इतिहास में वह इस्तीफा देने वाले पहले पोप थे। उनसे पहले सन 1415 में सिर्फ पोप ग्रेगरी 12वें थे जिन्होंने अपना इस्तीफा दिया था। पोप बेनेडिक्ट से पहले पोप जॉन पौल द्वितीय थे जिनका कार्यकाल उनके निधन के साथ 2 अप्रैल 2005 में खत्म हुआ था।

पोप बेनेडिक्ट ने अपना आखिरी समय वेटिकन के मेटर एक्लेसिया मठ में बिताया। उनके उत्तराधिकारी पोप फ्रांसिस ने कहा कि वह अक्सर उनसे मिलने जाते थे। वैटिनक की ओर से एक ट्वीट में कहा गया, दुख के साथ मैं आपको सूचित करता हूं कि पोप एमेरिटस बेनेडिक्ट सोलहवें का आज 9:34 बजे वेटिकन के मेटर एक्लेसिया मठ में निधन हो गया। आगे की जानकारी जल्द ही दी जाएगी। पोप बेनेडिक्ट लंबी उम्र के कारण पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे।

इससे पहले बुधवार को पोप फ्रांसिस ने वेटिकन सभागार में नए साल से पहले अपने पारंपरिक संबोधन के बाद कहा कि पोप बेनडिक्ट बहुत बीमार हैं। उन्होंने लोगों से उनके लिए प्रार्थना करने की अपील की थी। पोप बेनडिक्ट का जन्म जर्मनी में हुआ था। 2005 में जब उन्होंने पद संभाला था तब उनकी उम्र 78 साल थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक उनके कार्यकाल के दौरान कैथोलिक चर्च पर बाल शोषण समेत कई आरोप लगे। इसी साल उन्होंने स्वीकार किया था कि 1977 और 1982 के बीच म्यूनिख का आर्कबिशप रहने के दौरान दुर्व्यवहार के मामलों से निपटने में गलती हुई।

पोप बेनेडिक्ट सोलहवें की मातृभूमि बवेरिया में लोगों ने बृहस्पतिवार को सेवानिवृत्त बिशप के लिए प्रार्थना की। वह वेटिकन के लिए जर्मनी छोड़ने के 40 साल बाद और उनके इस्तीफे के लगभग एक दशक बाद भी इस क्षेत्र के लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। जर्मनी के छोटे से शहर मार्कटल ऐम इन के सेंट ओसवाल्ड चर्च में, 95 साल से अधिक समय पहले जोसेफ रैत्जिंगर नाम के एक भविष्य के पोप का बपतिस्मा (ईसाई चर्च का विधिवत सदस्‍य बनने का संस्‍कार) हुआ था।