नई दिल्ली : अफ्रीकन देश सूडान इन दिनों गृह युद्ध के चंगुल में फंसा हुआ है। जब सूडान में हिंसा शुरू हुई थी तो ये छोटी थी। लेकिन देखते-देखते हिंसा की आग ने पूरे सूडान को अपने जद में ले लिया। सूडान में सेना और अर्धसैनिक बल के बीच युद्ध चल रहा है। जिसने धीर-धीरे गृह युद्ध का रूप ले लिया। सूडान में हालात दिन ब दिन बद्तर होते जा रहे हैं। इस हिंसा में अबतक 300 लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें एक भारतीय भी शामिल है। अब सूडान की भयावह स्थिती होते ही वहां रह रहे भारतीय लोगों के लिए चिंता बढ़ गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूडान में भारतीय नागरिकों की स्थिति की समीक्षा से संबंधित एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। pic.twitter.com/GcQYoYsmUa
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 21, 2023
सूडान के अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) ने दावा किया है कि उसने राष्ट्रपति महल, सेना प्रमुख जनरल अब्देल फत्ताह अल-बुरहान के आवास और खार्तूम के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कब्जा कर लिया है।
केंद्र सरकार भी वहां से भारतीय को निकालने के लिए पूरी तरह से सक्रिय भूमिका में आ गई है। इसी को लेकर पीएम मोदी ने आज एक बड़ी बैठक की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिक्र जताई है और वहां से उनकी जल्द से जल्द निकासी के लिए संबंधित अधिकारियों को कहा है।
इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, वायु सेना और नौ सेना के प्रमुख, विदेश और रक्षा मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के अलावा वरिष्ठ राजनयिक शामिल हुए।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान जारी कर कहा है कि पीएम मोदी ने सूडान में सतर्क रहने, घटनाक्रम की बारीकी से निगरानी करने और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा का मूल्यांकन करने का निर्देश दिया. पीएम ने सूडान से भारतीयों के लिए आकस्मिक निकासी योजना तैयार करने और उनमें सुरक्षा के हिसाब से तेजी से बदलाव करने और विकल्पों की व्यवहार्यता पर चलने का निर्देश दिया।
आपको बताते चलें कि संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने इस तनाव को कम करने का आह्वान भी किया था। लेकिन अब तक नियंत्रण नहीं हो सका है ।