कोलकाता: लॉकअप में कैदी की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। उसका नाम गोविंद घोष है। इस घटना में कैदी की मौत को लेकर मुर्शिदाबाद के नवग्राम में काफी बवाल काटा गया। कथित तौर पर नवग्राम थाने की पुलिस ने पूछताछ के नाम पर सिंगार गांव निवासी गोविंद को 3 दिनों पहले हिरासत में लिया था। इस बीच खबर है कि रात 8 बजे उसकी मौत हो गयी। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने लॉकअप में युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी है।
पुलिस ने शव को मुर्दाघर ले जाने की कोशिश की तो गुस्साई भीड़ ने जाम लगा दिया। गांववाले पुलिस के सामने ही बैठ गए और वाद-विवाद होना शुरू हो गया। उसके बाद पुलिस के साथ झड़प हो गयी। स्थानीय लोगों ने नवग्राम थाने में तोड़फोड़ की।
मृतक के परिजनों ने बताया कि गोविंद को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। तब से अब तक 48 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन, गिरफ्तार होने के बाद भी उसे कोर्ट नहीं ले जाया गया। गोविंद के बड़े भाई का आरोप है कि पुलिस ने उसके सामने ही उसके भाई की पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना के आधार पर नवग्राम थाना क्षेत्र रणक्षेत्र का रूप धारण कर लिया। घटना के विरोध में स्थानीय निवासियों ने नवग्राम थाने में तोड़फोड़ की। पुलिस की भूमिका से पूरा इलाके में आक्रोष है। लोगों का कहना है कि अगर गोविंद सच में चोरी में शामिल था तो सवाल उठने लगा है कि उसे कोर्ट क्यों नहीं ले जाया गया।
बता दें कि कुछ महीने पहले भी नरेंद्रपुर में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। परिवार ने पुलिस पर घूस मांगने का आरोप लगाया था। परिजनों ने नरेंद्रपुर थाने के जांच अधिकारी अर्णव चक्रवर्ती के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की थी। उस मामले में पुलिस अधिकारी के खिलाफ बाद में कार्रवाई का आदेश दिया गया था।