संदेशखाली में फूटा जनाक्रोश

उत्तेजित लोगों ने फूंक दिए तीन पोल्ट्री फार्म

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बारासात, सूत्रकार : उत्तर 24 परगना के संदेशखाली के जेलियाखाली इलाका गत दो दिनों से जल रहा है। इस इलाके में ईडी पर हमले के मास्टरमाइंड और टीएमसी नेता शाहजहां सहित कई नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर दो दिनों से प्रर्दशन चल रहा है, जिनमें कई महिलाएं भी शामिल हैं।
शुक्रवार को उत्तेजित भीड़ ने शिबू हाजरा के तीन पोल्ट्री फार्मों में आग लगा दी। महिलाएं सड़क पर उतर आईं और जमकर बवाल काटा। उत्तेजित लोगों ने शाहजहां शेख, शिबू और उत्तम सरदार को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। शिबू एक अन्य पोल्ट्री फार्म में बुधवार की रात आग लगा दी गयी थी।इसके बाद तृणमूल नेता शिबू हाजरा के समर्थकों ने प्रदर्शनकारी महिलाओं पर हमला कर दिया।

इस घटना में एक महिला घायल हो गयी है। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती में कराया गया है। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए रैफ क उतारा गया है। संदेशखाली में प्रेस पर भी उपद्रवियों ने हमला किया।
इस घटना के बाद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर मनोज वर्मा ने कहा कि संदेशखाली में स्थिति नियंत्रण में है। आज दोपहर को हल्की गड़बड़ी हुई थी। पुलिस ने जाकर स्थिति को नियंत्रित किया। पिछले तीन दिनों से जो हो रहा है उसकी जांच की जा रही है कि ऐसा क्यों हो रहा है, इसके पीछे कौन है। उधर, सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस ने अग्रणी भूमिका निभाई है।

आठलोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन प्रभावी कदम उठाएगा। किसी भी व्यक्ति, किसी भी पार्टी कार्यकर्ता, किसी को भी हंगामा करने की छूट नहीं दी जाएगी।
शुक्रवार की सुबह संदेशखाली में फिर से उत्तेजना फैल गयी। महिलाएं चाकू, लाठी, बांस लेकर सड़क पर उतर आईं। ग्रामीणों ने शाहजहां और शिबू के खिलाफ शिकायत की कि इन लोगों ने गांव में कई तरह के अत्याचार किए हैं। ग्रामीणों को उनकी इच्छा के विरुद्ध कार्य करने के लिए मजबूर किया गया। इन नेताओं पर जमीन हड़पने से लेकर प्रताड़ना के कई आरोप सामने आए हैं।
शुक्रवार की सुबह जेलियाखाली में फिर वहीविरोध देखने को मिला। गुस्गुसाई भीड़ ने तृणमूल नेता के पोल्ट्री फार्म को यह कहते हुए फूंक दिया कि फार्म का निर्माण उनकी जमीन हड़प कर किया गया है। महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनके पतियों को काम करने के लिए मजबूर किया गया था।

शिबू हाजरा पर यह भी आरोप है कि उससे मानदेय मांगा जाता था तो वह पिटने लगता था। ग्रामीणों का दावा है कि शाहजहां शेख इलाके में ही है। जमीन हड़पने के अलावा, उन्होंने ग्रामीणों को उनके द्वारा चलाए जा रहे व्यवसायों में मुफ्त श्रम प्रदान करने के लिए भी मजबूर किया। एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, शाहजहां के सहयोगियों द्वारा छेड़छाड़ के डर से इलाके की महिलाएं सूर्यास्त के बाद अपने घरों से बाहर नहीं निकल पाती हैं।

इस बीच, बड़े पैमाने पर आंदोलन को देखते हुए उत्तर 24 परगना के जिला प्रशासन ने जमीन कब्जाने की शिकायतों की जांच के लिए एक जांच समिति के गठन का आदेश दिया है। उक्त समिति के अध्यक्ष प्रखंड भू-राजस्व पदाधिकारी होंगे
इस मामले में पुलिस अधीक्षक हुसैन मेहंदी रहमान ने कहा कि इलाके में पुलिस बल भेजा गया है और स्थिति से निपटने के लिए काम किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने गुरुवार को शाहजहां और उसके सहयोगियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और इसकी जांच की जा रही है।उन्होंने कहा कि उनकी तलाश जारी है। शाहजहां पांच जनवरी से लापता है, जब कथित राशन घोटाले में उसके घर पर छापा मारने गई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया था।