राहुल गांधी ने अभिषेक की शिकायत को किया अनसुना
शमसेरगंज में बीड़ी श्रमिक पारिश्रमिक को लेकर करनी चाहती थी शिकायत
कोलकाता, सूत्रकार : शमसेरगंज के धुलियान में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान गुरुवार को बीड़ी मजदूरों से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने उनसे खुल की बात की। इस दौरान एक महिला बीड़ी कर्मी तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के नाम पर उनसे शिकायत कर रही थी कि अभिषेक के वादे के बावजूद दिहाड़ी मजदूरों की मजदूरी नहीं बढ़ी है।
राहुल ने उस महिला की शिकायत सुने बिना बात को घुमा दिया और एक अन्य बीड़ी श्रमिक के साथ अपनी कहानी साझा की। इस दौरान उन्होंने तंबाकू के पत्तों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए।
राहुल की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ ने गुरुवार को फरक्का के रास्ते मुर्शिदाबाद में प्रवेश की। रास्ते में राहुल ने धुलियान में बीड़ी कार्यकर्ताओं से बात की। उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने उनके साथ बैठकर बीड़ी बांधने की भी कोशिश की।
वहीं, एक महिला कार्यकर्ता ने शिकायत की कि अभिषेक ने मार्च में सागरदिघी उपचुनाव से पहले बीड़ी श्रमिकों को वेतन वृद्धि का वादा किया था। लेकिन चुनाव के 10 महीने बीत जाने के बाद भी वह वादा पूरा नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि फरवरी 2023 में सागरदिघी उपचुनाव में प्रचार करते हुए प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी के भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि अगर आप 900 बीड़ी बांधते हैं तो आपको 165 रुपये मिलते हैं और अगर आप एक हजार बीड़ी बांधते हैं तो आपको 178 रुपये मिलते हैं। चुनाव के बाद एक से डेढ़ महीने के भीतर मैं देखूंगा कि मजदूरी 178 रुपये से बढ़ाकर 230-240 रुपये कर दिया जाए। उन्होंने कहा था कि मैं जो कहता हूं, वह करता हूं।
जानकारों का मानना है कि पिछले कई दिनों से कभी राहुल तो कभी जयराम रमेश तृणमूल के साथ गठबंधन बनाने में दिलचस्पी जताते रहे हैं। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व राज्य सरकार की आलोचना करता रहता है। बुधवार को राहुल की कार का पिछला शीशा तोड़ने पर भी कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने यही रुख अपनाया था।
नेतृत्व ने राज्य सरकार या प्रशासन पर उंगली तक नहीं उठाई। बहरमपुर से कांग्रेस सांसद अधीर चौधरी के शिकायती लहजे तो सुने गए, लेकिन जयराम रमेश ने कुछ और ही कह दिया।
उन लोगों ने कहा कि और आज राहुल ने अभिषेक की शिकायत सुने बिना ही आगे बढ़ गए। आखिर बात क्या है। क्या अभी भी राहुल प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी से आगामी लोकसभा चुनवा को लेकर सीट शेयरिंग को लेकर उम्मीद लगाए हैं।