संसद में राहुल गांधी की दहाड़

पूछा- अडाणी-मोदी का रिश्ता क्या कहलाता है...

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नई दिल्ली :  राहुल गांधी ने लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान केंद्र सरकार पर पूरी तरह से हमलावर नजर आए हैं। पूरे भाषण के दौरान राहुल गांधी के निशाने पर केंद्र की मोदी सरकार और अडाणी रहें। राहुल ने सरकार पर हमला करते हुए पूछा कि ‘अडानी ने BJP को 20 साल में कितने पैसे दिए? पहले मोदी अडानी के जहाज में जाते थे अब अडानी मोदी के जहाज में जाते हैं। मोदी और अडानी एक साथ काम करे हैं’।

आगे क्या कहा राहुल ने…
राहुल गांधी ने लोकसभा में बात रखते हुए कहा कि ‘कुछ दिन पहले हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई उसमें लिखा था अडानी की भारत के बाहर शेल कंपनी है, सवाल है कि शेल कंपनी किसकी है?हजारों करोड़ रुपया शेल कंपनी भारत में भेज रही है यह किसका पैसा है? क्या यह काम अडानी फ्री में कर रहा है?

इसके अलावा उन्होंने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से SBI एक बिलियन डॉलर का लोन अडानी को देता है। प्रधानमंत्री फिर बांग्लादेश गए और 1500 मेगावाट बिजली का ठेका अडानी को चला जाता है। LIC का पैसा अडानी की कंपनी में क्यों डाला गया’?


भारत सरकार ने CBI-ED पर दबाव डालकर एजेंसी का प्रयोग करते हुए GVK से लेकर एयरपोर्ट को अडानी सरकार को दिलवाया गया। नियम बदलकर अडानी को 6 एयरपोर्ट दिए गए। मैं इसके सबूत भी दे दूंगा। ड्रोन सेक्टर में भी अडानी का कोई अनुभव नहीं था

पीएम के साथ क्या रिश्ता है
इस दौरान राहुल गांधी ने पीएम और अडाणी के रिश्तों पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘2014 में दुनिया के अमीर लोगों की लिस्ट में अडानी 609 नंबर पर थे, पता नहीं जादू हुआ और यह दूसरे नंबर पर आ गए।लोगों ने पूछा आखिर यह सफलता कैसे हुई?और इनका भारत के PM के साथ क्या रिश्ता है?मैं बताता हूं कि यह रिश्ता काफी साल पहले शुरु हुआ जब नरेंद्र मोदी CM थे’।

भाषण की शुरूआत राहुल गांधी ने भारत जोड़ों यात्रा के जिक्र के साथ किया और कहा कि ‘आज पैदल यात्रा करने की परंपरा खत्म हो गई है। शुरुआत में चलते वक्त हम लोगों की आवाज़ सुन रहे थे मगर हमारे दिल में यह भी था कि हम भी अपनी बात रखें। हमने हजारों लोगों से बात की, बुजुर्गों से और महिलाओं से बात की। इस प्रकार से यात्रा हमसे हमसे बात करने लगी’।

हिंडनबर्ग ने किया था खुलासा
आपको बताते चलें कि कुछ दिन पहले हिंडनबर्ग ने 106 पेज की रिपोर्ट जारी कर अडाणी ग्रुप पर शेयर बाजार में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे बड़े आरोप लगाए। इसके बाद अडाणी ग्रुप के शेयर के दाम अचानक से गिर गए थे। इसके बाद से ही कांग्रेस जेपीसी जांच की मांग कर रही है।