पश्चिम बंगाल की घटना पर चुप्पी तोड़ें राहुल-तेजस्वी: राजीव रंजन

ऐसी घटनाएं शर्मनाक : मनोज झा

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कोलकाता, बिहार, सूत्रकार : जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने सवाल किया है कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ हुई ज्यादतियों पर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव अपनी चुप्पी क्यों नहीं तोड़ते हैं।

उन्होंने आरोप लगाया है कि सत्ता की शह पर तृणमूल कांग्रेस के गुर्गों द्वारा पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ दरिंदगी की गयी है। उन्होंने कहा कि जानकारी के मुताबिक संदेशखाली में महिलाओं को तृणमूल कांग्रेस के दफ्तर में बुलाकर उनका उत्पीड़न करना, उनकी जमीन कब्जाना, मनरेगा से कमाए पैसे छीन लेना आम बात है।

प्रताड़ित महिलाओं में अधिकतर दलित, आदिवासी व पिछड़े- अतिपिछड़े समाज की हैं। हालात इतने खराब हैं कि जब महिलाओं पर अत्याचार होता है तो पुलिस भी रिपोर्ट दर्ज नहीं करती है, उलटे टीएमसी के गुर्गे उन्हें ही धमकाते हैं।

राजद-कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए जदयू प्रवक्ता ने कहा कि पश्चिम बंगाल की गरीब महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार पर भी राहुल-तेजस्वी जैसे युवराजों की संवेदना नहीं जाग रही है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था और संदेशखाली मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए भाजपा के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि संदेशखाली की घटना राज्य में खराब कानून-व्यवस्था का परिणाम है। वहीं, ऐसी घटनाएं दर्शाती है कि राज्य में महिलाओं की इज्जत नहीं हो रही है।

कैलाश विजयवर्गीय की इस बात पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं ‘शर्मनाक’ हैं, भले ही वे भाजपा या विपक्ष शासित राज्य में हो रही हों। राजद नेता ने कहा कि ऐसी घटनाएं मानवता को शर्मसार करती हैं, भले ही वे विपक्ष या भाजपा शासित राज्य में हों। हमारा व्यवहार, आचरण और इस मामले में बयानों से जो कुछ भी हुआ उसकी स्पष्ट निंदा की भावना व्यक्त होनी चाहिए, चाहे वह कहीं भी हो।